कृषि मंत्री विभाग डाॅ॰ प्रेम कुमार ने कहा कि देश में कोरोना के वजह से जारी लाॅकडाउन के कारण बड़े पैमाने पर लोग पलायन के फलस्वरूप बाहर के राज्यों से बिहार लौटे हैं। इनके समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई है। राज्य में पहले से भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार लोग हैं, जिन्हें रोजगार की आवश्यकता है। बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है तथा यहाँ कृषि के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएँ हैं। राज्य का कृषि क्षेत्र बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करा सकता है। परन्तु इसके लिए सर्वप्रथम उन्हें प्रशिक्षित करने की आवश्यकता होगी। पूर्व से बामेती एवं आत्मा के माध्यम से कृषि एवं संबद्ध लगभग 23 रोजगारपरक विषयों पर कौशल प्रशिक्षण दिया जाता रहा है। परन्तु अभी लाॅकडाउन की स्थिति में सामूहिक प्रशिक्षण दिया जाना संभव नहीं है। ऐसी परिस्थिति में राज्य के किसानों/बेरोजगार युवक/युवतियों के लिए आॅनलाईन प्रशिक्षण की व्यवस्था कर उन्हें स्वरोजगार का अवसर उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। संभवतः बिहार पहला राज्य है जहाँ किसानों के लिए आॅनलाईन प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
माननीय मंत्री ने कहा कि बिहार में कोरोना (कोविड-19) भयानक महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी लाॅकडाउन के नियमों का पालन करते हुए बामेती, बिहार, पटना एवं आत्मा द्वारा जिलों में विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में उत्पन्न समस्याओं को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में कार्यों को आॅनलाईन कराने की व्यवस्था प्रारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आॅनलाईन के माध्यम से वेब एप के माध्यम से न्यूनतम 50 और अधिकतम 80 किसानों/प्रसार कार्यकत्र्ताओं/इनपुट डीलरों के साथ जुड़कर उनको वित्तीय वर्ष 2020-21 के स्वीकृत प्रशिक्षण कैलेण्डर के अनुसार विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण माड्यूल बनाकर प्रशिक्षण देने की तैयारी की जा रही है।
माननीय मंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह से आॅनलाईन प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा। प्रशिक्षक के रूप में विभिन्न कृषि विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक साधनसेवी के रूप में इस ऐप से जुड़कर प्रशिक्षक का कार्य करेंगे। इसके लिए सर्वप्रथम ऐप को डाउनलोड करने के लिए लिंक ूूूण्इंउमजपण्वतह से प्राप्त कर सुविधानुसार इसे डेस्कटाॅप अथवा मोबाईल पर इन्स्टाॅल करना होगा। इन्स्टाॅल करने के उपरांत इस पर निबंधन कराना होगा। तत्पश्चात् बामेती से जुड़ने हेतु यूजर आई॰डी॰ एवं पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा। आई0डी0 एवं पासवर्ड के माध्यम से ऐप से जुड़कर प्रशिक्षणार्थी सीधा प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे और अपना फीडबैक भी आॅनलाईन ही बामेती को उपलब्ध करायेंगे।
डाॅ॰ कुमार ने कहा कि बामेती, पटना द्वारा चलाए जा रहे देसी कार्यक्रम के हैदराबाद द्वारा ऐप का निर्माण किया जा रहा है, जो मई के प्रथम सप्ताह से कार्य करना आरम्भ कर देगा। इस ऐप के माध्यम से इनपुट डीलरों को जोड़कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। कौशल विकास मिशन योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार से आॅनलाईन प्रशिक्षण के संबंध में पत्राचार किया जा रहा है। निदेशानुसार, कौशल विकास कार्यक्रम को कार्यान्वित करने हेतु पहल किया जाएगा।