पटना। महँगी दवा, जमीन पर लेटे मरीज, परेशान परिजन, तड़प कर मरते बच्चे,ऑक्सीजन के लिए मची आपाधापी, ब्लैक में कई गुणा महँगे बिकती दवाई और इंजेक्शन, बिना पी.पी.ई. किट, N95 मास्क के कोरोना संकट में काम करने को मजबूर डॉक्टर, प्रदर्शन करते मेडिकल छात्र, अस्पताल कर्मी व कोरोना हो या चमकी, बिहार के अस्पतालों की यही तस्वीर बार-बार सबके सामने आती है। विडंबना ही है कि यह उस राज्य की कहानी है जहाँ की सरकार लगातार 16 सालों से सुशासन का राग अलाप रही है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग की समस्याएँ हजार हैं, उससे जुड़े कर्मियों,डॉक्टरों और टेक्नीशियनों की समस्याएँ हजारों हैं।
यह सभी समस्याएँ आम नागरिकों को सीधे प्रभावित करती हैं। किसी भी संवेदनशील राजनेता या राजनीतिक दल के लिए अत्यावश्यक यह है कि वह स्वास्थ्य विभाग की हर कमी, नाकामी,डॉक्टरों स्वास्थ्यकर्मियों और मरीजों की हर समस्याओं को समझे, उसकी तह तक जाए। इसी उद्देश्य से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के डॉक्टरों के साथ विचार विमर्श के लिए एक भेंटवार्ता निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को कैसे जन-जन तक पहुँचाया जाए,सरकारी अस्पतालों को कैसे सुविधासम्पन्न और तत्पर बनाया जाए, निजी अस्पतालों को किस प्रकार गरीब नागरिकों की पहुँच में किया जाए, दवाओं और स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं के मूल्य को किस प्रकार कम किया जाए।
बिहार के मेडिकल विद्यार्थियों को बिहार में शिक्षा ग्रहण करने और नौकरी प्राप्त करने में किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है, बिहार के मेडिकल कॉलेज समय के साथ कितना आगे बढ़ पाए हैं, स्वास्थ्य को लेकर कैसे सरकार को गंभीर बनाया जाए इत्यादि जानना इस भेंटवार्ता के मुख्य लक्ष्य होंगे। इस वात्र्ता से यहां के चिकित्सकों और छात्रों के सामने आने वाली कठिनाईयों को समझने के लिए राज्य में चिकित्सा क्षेत्र की बुनियादी ढांचें और सुविधाओं को कैसे अधिक सुलभ, सुसज्जित और बेहतर बनाने संबंधित सुझावों की महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राष्टï्रीय जनता दल को समाज का एक सच्चा हितैषी, समाज के सच्चे प्रतिबिंब के रूप में सिद्ध करना चाहते हैं। इसके लिए समाज के हर वर्ग, हर व्यवसाय से जुड़े लोगों को वे ससम्मान राजद का हिस्सा बनाना चाहते हैं। 3 अक्टूबर को निर्धारित डॉक्टरों के साथ यह सम्वाद कार्यक्रम इसी कवायद का हिस्सा है।
श्वेता / पटना