पटना। बिहार प्रदेश अत्यंत पिछड़ी जाति समन्वय समिति के नेता सह आरक्षण क्रियान्वयन समिति बिहार विधान परिषद के अध्यक्ष प्रो रामबली सिंह चंद्रवंशी ने कहा है कि बिहार में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के परिणामों ने कर्पूरी ठाकुर के अति पिछड़ों को नीतीश के अति पिछड़ों ने चारों खाने चित कर दिया। ज्ञात हो कि पंचायती राज व्यवस्था में जिला परिषद के अध्यक्ष का पद अति पिछड़ों के लिए 7 आरक्षित थी परंतु उन 7 पदों में से सिर्फ एक कर्पूरी के अति पिछड़ों को जगह मिली और बाकी छह पर नीतीश के अति पिछड़ों ने झपट लिया। ठीक इसी तरह प्रखंड प्रमुख एवं मुखिया जैसे अति महत्वपूर्ण पदों पर कुल मिलाकर इसी तरह के परिणाम देखने को मिल रहा है। जिसका परिणाम है कि कर्पूरी के अति पिछड़ों यानी परंपरागत अति पिछड़ा जिसमें कहार, मल्लाह, बिंद, नोनिया, नाई, धानुक, केवट आते हैं उन्हें निराशा हाथ लगी है। वहीं दूसरी तरफ नीतीश के अति पिछड़ों जिसमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण तेली जाति चौरसिया दांगी, हलवाई सरीखे तीन चार संपन्न जातियों ने लगभग 90 प्रतिशत पदों पर आसीन हो गया है । इसको लेकर कर्पूरी के अति पिछड़ों में घोर निराशा व्याप्त है और आगे आने वाले समय में कोई भारी राजनीतिक गुल खिलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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