पटना 16 सितंबर 2020:-जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खाली खजाना और बदहाल अर्थ व्यवस्था विरासत में मिला था। जीएसडीपी समेत सभी मानदंड जिससे किसी राज्य के आर्थिक स्वास्थ को जांचा जा सकता हो, वह सभी पैमाने गोते लगा रहे थे।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि 2005 से पहले हालात किस कदर दयनीय थे कि राज्य का बजट पूरी तरह से केंद्रीय सहायता पर निर्भर करता था, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में हालात क्रमशः सुधरते चले गए। आंतरिक संसाधनों से राजस्व बढ़ाने की योजना पर कार्य हुआ। जिसके सकारत्मक परिणाम आने लगे और हमारी निर्भरता केंद्रीय सहायता पर कम होती चली गयी।
राजीव रंजनप्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार के सुव्यवस्थित प्रबंधन एवं दृष्टिशील नेतृत्व में बिहार ने पिछले पंद्रह वर्षों में एक दर्जन बार दो अंकों में जीएसडीपी ग्रोथ रेट दर्ज किया, वहीं अनेक बार बिहार अव्वल भी रहा।राजस्व घाटा कम करना एवं मानव विकास सूचकांक में स्थान बेहतर करना भी एक बड़ी चुनौती रही है, वहां भी हमें क़ामयाबी मिल रही है।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि इन आंकड़ों से स्पष्ट कि कभी बिहार को फेल्ड स्टेट मान लेने वाले लोग भी राज्य को निकट भविष्य में विकसित राज्य बनने का प्रबल दावेदार मान रहे हैं।