नए चेहरों की तलाश में हैं निर्माता सिद्धार्थ मल्होत्रा

फिल्म डेस्क / बिहार पत्रिका

छोटे पर्दे के आइकॉनिक शो ‘संजीवनी’ ने पूरे किये अपने 100 एपिसोड

अपने पहले एपिसोड से ही आइकॉनिक शो बन चुकी धारावाहिक ‘संजीवनी’ ने कई तरीकों से स्टीरियोटाइप्स को तोड़ा दिया है। ऐसे समय में जब डिजिटल क्रांति ने टेलीविजन को काफी पीछे छोड़ते हुए युवा पीढ़ी के दिलों में घर कर लिया है, ‘संजीवनी’ पूरे सीजन के दौरान दर्शकों को अपने साथ बनाए रखने और अपने किरदारों को यादगार बनाने में कामयाब रही है। यह शो अपने दूसरे सीज़न में भी सफलतापूर्वक जारी है।

हाल ही में निर्माताओं ने 100-एपिसोड का लैंडमार्क पूरे होने को इस तरह से सेलीब्रेट कि दर्शकों में आगे की कहानी को लेकर जिज्ञासा पैदा हो गई। एपिसोड में मुख्य किरदारों में से एक डॉ. शशांक गुप्ता की एक दुर्घटना में मौत के बाद दर्शक सोच में पड़ जाते हैं कि अब आगे क्या होगा। सिद्धार्थ मल्होत्रा बताते हैं कि इस मौके को खास बनाने के लिए उन्होंने 3 साल के लीप का प्लान बनाया है। संजीवनी के लिए एक अनूठी स्टोरीलीइन तैयार की गई है। सीजन 1 में भी ऐसा किया गया था और प्रशंसकों ने लेखकों को सराहा था। शो में पुराने लोकप्रिय कलाकारों के साथ नया तड़का लगाने के लिए कुछ नई प्रतिभाओं को शामिल किया जा रहा है।

सिद्धार्थ वर्तमान में युवा और जोश से भरपूर ऐसे एक्टर्स की तलाश में जुटे हैं जो शो की हल्का-फुल्का बनाए रखने के साथ ही खुद को मजबूत किरदारों के तौर पर उभार सकें। वह कहते हैं कि हालांकि शो मेडिसीन और रोमांस की पृष्ठभूमि से प्रेरित है, इसके बावजूद इसमें नए नरेटिव्स देखने को मिलेंगे, जो आज के दर्शकों की पसंद के अनुरूप हों। सिद्धार्थ मल्होत्रा कहते हैं, “जिस दिन से हमने शुरुआत की, संजीवनी विकास की यात्रा रही है। कहानी की स्क्रिप्ट हमेशा अपने समय से आगे की रही है और हम खुशकिस्मत रहे हैं कि हमें बेहद प्रतिभाशाली लोग मिले जो इस उपलब्धि तक पहुंचने के पीछे की प्रेरणा रहे हैं।”e

यह बताते हुए कि उन्होंने स्टोरीलाइन में लीप की योजना क्यों बनाई वे कहते हैं, “मेरा दृढ़ता से मानना है कि एक बिंदु तक सभी कहानियां दिलचस्प होती हैं और उन्हें उस बिंदु से परे खींचने का कोई मतलब नहीं होता। लीप से हमें नए ट्विस्ट्स और नए किरदारों और कुछ नई कहानियों को शामिल करने का मौका मिलेगा, जो इसे प्रासंगिक और दिलचस्प बनाती हैं। लीप के बाद 4 नए किरदार देखने को मिलेंगे। मैंने पहले इस बारे में नहीं बताया है, लेकिन हम एक नए नायकों और उनके परिवार को पेश करने जा रहे हैं।”

वह कहते हैं, ” समय के साथ हमने महसूस किया है कि शो का जादू इसके लोगों की वजह से ही है। कमियों वाले किरदारों से लोग जुड़ाव महसूस करते हैं और एक रियलिस्टिक स्टोरी बनाने में मदद करते हैं। हर एक्टर अपने किरदार में अपनी अनूठी खूबी लेकर आता है। हम कुछ इसी तरह की सोच वाले प्रतिभाशाली युवा कलाकारों की तलाश में हैं जो कहानी को आगे ले जाने के साथी ही आज की पीढ़ी से जुड़ सकें।”

निर्माता-निर्देशक सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अपने हर प्रोजेक्ट में अपने काम से मापदंड को ऊंचा किया है। चाहे दिल मिल गए हो या संजीवनी हो या फिर हिचकी जैसी फिल्म का निर्देशन करना हो, जिसे कई प्रोडक्शन हाउसेस ने खारिज कर दिया था और फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट रही थी, सिद्धार्थ ने दर्शकों की पसंद में आए बदलाव को पहले ही भांप लिया है।

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