पटना:13.10.2023:सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एन0एस0एस0ओ0), भारत सरकार को वर्ष 1950 से एन0एस0एस0ओ0 के विभिन्न दौर में वैज्ञानिक प्रतिदर्श प्रक्रिया अपना कर सामाजार्थिक आँकड़े एकत्र करने का दायित्व सौंपा गया है।
पारिवारिक उपभोग व्यय सर्वेक्षण एक वर्ष के लिए आयोजित की जा रही है, जिसकी अवधि अगस्त, 2023 से जुलाई, 2024 है। इस सर्वेक्षण में पारिवारिक उपभोग जिसमें खाद्य सामग्री, उपभोग्य एवं सेवाएं और टिकाऊ वस्तुएं सम्मिलित हैं, से संबंधित आँकड़े एकत्र किए जाऐंगे।
पारिवारिक उपभोग के अंतर्गत, खाद्य सामग्री, उपभोग्य एवं सेवाएं तथा टिकाऊ वस्तुओं से संबंधित प्रश्नावली तैयार किया गया है जिसमें विस्तत सूचना एकत्रित किया जाना है। सर्वेक्षण में एकत्रित सूचना भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में विभिन्न उपभोग समूहो के बजट के अंश का संकलन मुख्यतः भारण आरेख तैयार करने में किया जाएगा।
इन सांख्यिकी सूचनाओं की आवश्यकता नीति निर्धारण एवं निर्णय लेने में सरकारी एवं गैर-सरकरी संस्थाओं में विभिन्न स्तरों पर होती है। परिणामों का उपयोग विभिन्न शोधकर्त्ताओं तथा नीति निर्धारकों द्वारा किया जाता है। संयुक्त पुनश्चर्या क्षेत्रीय प्रशिक्षण शिविर का संचालन श्रीमती एन0 संगीता, उप महानिदेशक, रा0प्र0स0का0 (क्षे.सं.प्र.), पटना की अध्यक्षता में शुक्रवार (13 अक्टूबर, 2023) को पटना में किया गया। स्वागत संबोधन सुधीर कुमार झा, वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी द्वारा किया गया। परिमल, उप निदेशक एवं अभिषेक गौरव, सहायक निदेशक, पटना एवं रौशन लाल मीणा, उप निदेशक, राँची ने भी इस शिविर में भाग लिया।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय कार्यालय, पटना एवं राँची के अर्न्तगत उप क्षेत्रीय कार्यालय, गया, भागलपुर, धनबाद, दुमका, हजारीबाग, जमशेदपुर एवं डाल्टेनगंज से आये हुये लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया। उप महानिदेशक महोदया ने अपने संबोधन में उक्त आँकड़ों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ये आँकड़े अपभोक्ता मूल्य सूचकांक, निर्माण के अलावा रहन-सहन के स्तर, सामाजिक उपभोग एवं समृद्धि एवं असमानता सहित अन्य सांख्यिकी सूचकांक तैयार करने में प्रयुक्त होते है।सरकार के नीति निर्माण एव योजनाओं को तैयार करने में ये आँकड़े अत्यन्त महत्वपूर्ण इनपुट प्रदान करते है।