पटना : नए वित्तीय वर्ष की शानदार शुरुआत करते हुए, मोईविंग ने टियर 2 शहरों के लिए अपने चालक से मालिक कार्यक्रम को आगे बढाया है। इस पहल से कंपनी का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहन तेजी से अपनाए जाएंगे। मोईविंग भारत में कमर्शियल ईवी के इस्तेमाल में तेजी ला रहा है। यह एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म हैं, जो ड्राइवरों को ईवी को कुशलतापूर्वक संचालित और प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है।
चालक से मालिक कार्यक्रम के माध्यम से मोईविंग का लक्ष्य ड्राइवर पार्टनर्स को न्यूनतम ब्याज दर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल लोन, सबसे अच्छे ओईएम तक पहुंच, गारंटीड डिमांड और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर तक पहुंच प्रदान करना है।मोईविंग ने एक ड्राइवर पार्टनर को बिहार के पटना में एक नए अल्टिग्रीन वाहन की चाबी सौंपी।
मोईविंग के संस्थापक और सीईओ विकाश मिश्रा ने कहा, “हम पूरी तरह से मानते हैं कि कमर्शियल व्हीकल्स का इलेक्ट्रिफिकेशन केवल टियर 1 शहरों में ही नहीं होगा, बल्कि टियर 2 शहरों में तेजी से फैलेगा। हम पटना में कमर्शियल व्हीकल्स के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए अल्टिग्रीन के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं! मोईविंग ड्राइवरों को ईवी मालिक बनने के साथ ही एक वन स्टॉप सॉल्यूशन अर्थात ऐसा टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जिसमे सही ओईएम, फाइनेंसिंग पार्टनर्स, ग्राहकों और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है।”
चालक से मालिक प्रोग्राम ड्राइवर पार्टनर्स को अधिक स्वतंत्र होने, बेहतर कमाई करने और अच्छी आजीविका प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। इलेक्ट्रिक वाहन के आने के बाद अब ड्राइवर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर निर्भर नहीं हैं। मोईविंग के टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म पर एक ड्राइवर आसानी से दैनिक कमाई के अवसर ढूंडने में सक्षम है, इस ऐप पर कमाई की पारदर्शिता है और संचालनात्मक क्षमता को अधिकतम करने के लिए मुख्य स्थानों पर वाहनों को चार्ज करने में सक्षम है।