6 अक्तूबर 2022, पटना। जदयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि महंगाई एवं बेरोज़गारी के ताज़ा आँकड़े मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की विफलता के आरोपों को प्रमाणित कर रहे हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि साल 2021 में जहां भारत में 84 प्रतिशत परिवारों की आय में गिरावट दर्ज की गयी, वहीं भारतीय अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गयी। कुछ औद्योगिक घरानों को मिले राजकीय संरक्षण से यह सम्भव हो पाया।
श्री प्रसाद ने कहा कि 2014 में बेरोज़गारी दर 5.4प्रतिशत थी जो मोदी सरकार के8वर्षों में बढ़कर 6.3 प्रतिशत हो गयी वहीं महंगाई दर 2014 में 6.67प्रतिशत थी जो अब 7 प्रतिशत हो गयी है।देश में 4 करोड़ युवा बेरोज़गार हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भले ही पाँच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में एक होने के लिए अपनी पीठ स्वयं थपथपा ले लेकिन उसे ग़रीबी रेखा से नीचे 20करोड़ लोगों की चिंता भी करनी होगी|इससे भी ज़्यादा त्रासद यह तथ्य है कि 23 करोड़ लोग प्रतिदिन 375 रुपए से कम कमा रहे हैं।
श्री प्रसाद ने कहा कि आज 10 फ़ीसदी लोगों के पास देश की 45 प्रतिशत सम्पत्ति है। जबकि आधी आबादी के पास देश की कुल आय में मात्र 13 प्रतिशत का हिस्सा है।