पटना, 12 मई सामाजिक संगठन दीदीजी फाउंडेशन और ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस सेवा एवं मानवाधिकार प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में आगामी 14 मई को सुबह 10 बजे से 4 बजे तक महारक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
दीदीजी फाउंडेशन की संस्थापक डा. नम्रता आनंद ने बताया कि रक्तदान को महादान माना जाता है, आपके रक्त की एक बूंद किसी की जिन्दगी बचा सकती है।
आपातकाल की स्थिति में यदि आपके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है और आपको रक्त की आवश्यकता पड़ती है तो आपको भी रक्त प्राप्त होता है। इस प्रकार खून दान करने से खून प्राप्त होने का चक्र चलता रहता है। इसीलिए हमें खुद भी खून दान करना चाहिए और अन्य लोगों को भी रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
जीकेसी सेवा एवं मानवाधिकार प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय प्रभारी डा. नम्रता आनंद ने बताया कि जब आप रक्तदान करते हैं को आपके मन में एक सुखद अनुभूति होती है। रक्तदान पुण्य का काम है जरूर कीजिए। रक्त देने वाला सिर्फ रक्तदाता ही नहीं होता जीवन देने वाला जीवनदाता भी होता है।रक्त देकर किसी को जीवन दान करें।आप सभी से विनम्र निवेदन है कि सभी इस नेक पहल मे शामिल हों। आप के दवारा किया गया रक्तदान,किसी माँ के बच्चे को बचा सकता है।रक्तदान कीजिए, शिविर लगाइये, इस तरह पूरी दुनिया में, मानवता के मन्दिर बनाइये…
दीदीजी फाउंडेशन मुजफ्फरपुर के अध्यक्ष देव्यांश मेहरोत्रा ने बताया कि रक्तदान जीवनदान है। हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। रक्तदान कर हम किसी का जीवन बचा सकते हैं। आपके द्वारा किया गया रक्तदान किसी के लिए साबित होगा जीवनदान।हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।