मधेपुरा। मानव तस्करी के खिलाफ मधेपुरा में वॉक फॉर फ्रीडम का आयोजन किया गया। द मूवमेंट इंडिया ( विजन रेस्क्यू की स्वयंसेवी शाखा ) और जस्टिस वेंचर्स इंडिया सहित बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग, जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं टी० पी० कॉलेज, मधेपुरा के संयुक्त तत्वाधान में न्याय नेटवर्क द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस विशाल पदयात्रा में मधेपुरा के टी.पी. कॉलेज, मधेपुरा कॉलेज, मधेपुरा के प्रधानाचार्य, न्याययिक पदाधिकारीगण, सभी प्राचार्य और विद्यार्थियों सहित गैर शिक्षण पदाधिकारियों, पारा विधिक स्वयंसेवक, पैनल अधिवक्ता- जिला विधिक सेवा प्राधिकार, एनसीसी के कैडेट्स, एवं आम नागरिकों ने पूरे जोश के साथ अपनी भागीदारी दर्ज करवाई। सभी लोगों ने मानव तस्करी के विरोध से सम्बंधित बैनर हाथों में पकड़ रखे थे, जिन पर मानव तस्करी के आंकड़ों सहित अन्य जानकारी लिखी गई थी और इसके विरोध में नारे लिखे गए थे। इस पदयात्रा में शामिल सभी लोगों ने बेहद शांतिपूर्ण और अहिंसात्मक टीके से सड़क के किनारे कतारबद्ध होकर पदयात्रा करके अपनी बात कही। लगभग 300 से 350 पदयात्रियों की यह शांतिपूर्ण, मौन पदयात्रा “एकल पंक्ति में कॉलेज के परिसर से निकल कर पुराना स्टैंड के गोलंबर से होते हुए वापस टी० पी० कॉलेज, मधेपुरा के प्रांगण में वापस आकर समाप्त हुई ।
टी.पी. कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो.डॉ. कैलाश प्रसाद यादव ने झंडा दिखाकर इस पदयात्रा का शुभारंभ किया। उससे पूर्व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव राजेश कुमार द्वारा सभी पदयात्रियों को मानव व्यापार जैसे जघन्य और घृणित अपराध के विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के लिए शपथ दिलाई। यात्रा के आरंभ से पहले विशेष अतिथियों द्वारा मानव तस्करी की गंभीर समस्या को लेकर संबोधित भी किया गया। विशिष्ट अतिथि प्रो. डॉ कैलाश प्रसाद यादव, प्रधानाचार्य- टी.पी. कॉलेज, मधेपुरा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, मानव तस्करी को खत्म करने के लिए सभी को आगे आने की जरूरत है। इस जघन्य काम के विरुद्ध कार्य करने वाले लोग असल में मानवता की रक्षा कर रहे हैं क्योंकि आज के युग में देवता नहीं आयेंगे बल्कि हमें ही जागरूक होना होगा और इस संगठित अपराध के विरुद्ध मजबूती से साथ काम करना होगा।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजेश कुमार, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार, मधेपुरा ने कहा, मानव व्यापार जैसे जघन्य एवं संगठित अपराध के विरुद्ध जिस तरह की ये वैश्विक पहल संस्थाओं द्वारा की गई है ,ये खुद में एक बड़ी पहल है, जिला विधिक सेवा प्राधिकार अपनी कानूनी सेवाओं और मानव व्यापार के सम्बन्ध में जागरूकता समय-समय पर करता रहा है और कानूनी रूप से प्रतिबद्ध है कि इस जघन्य और संगठित अपराध के विरुद्ध जिस स्तर तक जागरूकता प्रदान के लिए जाना संभव है,वहां तक हर जरूरी कदम उठाया जाएगा।