कोरोना संक्रमण काल में जहाँ आम लोग भूख से तड़प रहे हैं वहीँ जन वितरण प्रणाली विक्रेता अनाज को कालाबाजारी करने में लगे हुए हैं। जी हां तकरीबन दस क्विंटल से अधिक राशन को ग्रामीणों ने कालाबाजारी करते हुये रंगेहाथ पकड़ा है। जिसके बाद पीडीएस विभाग के अधिकारियों को सूचित किया गया। फिर जाकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी जांच पड़ताल करने पहुंचे ।
मामला है मधुबनी जिले के जयनगर प्रखंड अंतर्गत परबा बेलही पंचायत का । यहाँ दस क्विंटल से ज्यादा राशन कालाबाजारी करते हुये जब्त किया गया । ग्रामीणों ने टीम बनाकर कर डीलर पर कड़ी नजर रखे हुए थें। क्योंकि डीलर आम उपभोक्ताओं को कई सालों से राशन से वंचित रखें थे । जिसकी वजह से डीलर बिन्देस्वर यादव पर कड़ी नजर रखी जा रही थी।
बैलगाड़ी पर कालाबाजारी
सके बाद जैसे ही डीलर राशन लेकर कालाबाज़ारी करने के लिये अपने निजी आवास से बैलगाड़ी पर कालाबाजारी करने के लिये निकला वैसे ही ग्रामीणों ने धर दबोचा और फिर पुलिस एवं एसडीएम को मोबाइल फोन पर सूचना दिया। तब जाकर एसडीएम ने अपने सहयोगी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जांच पड़ताल के लिये भेजे । लेकिन जाँच में प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी ने डीलर के पीडीएस दुकान पर रखे अनाज का जांच किया तो दुकानदार के यहां रखे अनाज गिनती में सही पाया गया। जिससे जिस डीलर को ग्रामीणों द्वारा आरोपित किया जा रहा था वह निष्पक्ष साबित हो गया। फिर जाकर कालाबाजारी कर रहे राशन को जब्त किया ।
अब सवाल यहां यह उठता है कि इस कोरोना संक्रमण काल में सरकार हर गरीब तबके के लोगों को मदद करने में लगी हुई है, लेकिन डीलर अपने पीडीएस विभाग के सांठगांठ से अनाजों की कालाबाजारी करने में लगा हुआ है । जहां आज ग्रामीणों ने धर दबोचा और फिर प्रशासन को सूचना दिया।
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