जदयू चिकित्सा सेवा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. मधुरेंदु पांडेय ने आज लालू एंड फैमिली को निशाने पर लेते हुए कहा कि बिहार के मुद्दे पर इस परिवार और राजद को बोलने का कोई मतलब नहीं है।लालू एंड फैमिली बर्ष 2005 के पूर्व पंद्रह वर्षों के शासनकाल में राज्य को पूरी तरह बर्बाद करने का काम किया था।सबसे पहले विकास को जमींदोज कर भ्रष्टाचार का बढ़ावा दिया।स्वयं लालू प्रसाद के साथ साथ उनके मंत्रिमंडल के पूरा कुनबा बिहार की खजाने को लूटने का काम किया था।जिस कारण बिहार दिनोदिन कंगाली के रास्ते पर चलने लगा।कानून व्यवस्था नाम को कोई चीज नहीं थी।चारो ओर गुंडाराज कायम था।राजद के एक अदना सा कायकर्ता से पुलिस प्रशासन भय खाता था।हिंसा,हत्या, लूट,बलात्कार,नरसंहार बिहार के दिनचर्या में शामिल थे।जातीय विद्वेष ,धार्मिक उन्माद चरम पर थी।सूबे की जनता त्राहिमाम त्राहिमाम करती थी।इश्वर को स्मरण कर जनता लालू एंड फैमिली के कुशासन से मुक्ति चाहती थी।सूबे में राजनीति में अपराधीकरण और अपराधीकरण की राजनीति चरम सीमा पर थी। शिक्षीत व इंसान लोग राजनीति से तौबा करने लगे थे।भय,भूख और भ्रष्टाचार के सामने जनता बेबस और लाचार थी।जनता को मूलभूत बुनियादी सुविधाओं से बंचित रखा गया था।सड़क,बिजली, पानी,चिकित्सा जैसे अति आवश्यक जरुरते तक नसीब नहीं होता था।ऐसे लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बोलने का कोई औचित्य नहीं है।सूबे की जनता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पंद्रह वर्षों के शासन को देखा है और महसूस किया है कि उनके कार्यकाल में बिहार हर क्षेत्र में प्रगति के पथ पर अग्रसर है।डॉ.पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने बेहतर शासन व सुशासन से बिहार की दशा और दिशा दोनों बदलकर देश के सर्वांगीण विकास की धारा में बिहार को भी जोड़ने का काम किया है। बर्ष 2005 के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
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