नई दिल्ली:- लद्दाख स्थित गालवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीयों जवानों ने अपनी जान गंवाई. इस मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. राहुल ने कुछ देर पहले ‘कौन जिम्मेदार है’ कैप्शन लिखते हुए जारी किए गए .
मैं पूछना चाहता हूं, इन वीरों को बिना हथियार खतरे की ओर किसने भेजा और क्यों भेजा कौन जिम्मेदार है.
राजनाथ सिंह ने सैनिकों की जान जाने पर संवेदना व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसे री-ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने उनसे पांच सवाल पूछे थे. राहुल ने लिखा था, ‘अगर आपको इतना दर्द महसूस हो रहा है तो बताइए कि क्यों आपने ट्वीट में चीन का नाम न लेकर भारतीय सेना को अपमानित किया? क्यों दो दिन बाद सांत्वना व्यक्त कर रहे हैं? क्यों रैली को संबोधित कर रहे थे, जब एक ओर जवान शहीद हो रहे थे? क्यों छिपे हुए हैं और मीडिया के जरिए भारतीय सेना को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं? क्यों मीडिया के जरिए सरकार की जगह सेना को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है?’
बता दें कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों को जान गंवानी पड़ी, जबकि चार से पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. यह हिंसक झड़प सोमवार शाम उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक सीमा पर भारत की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे. चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के लेफ्टिनेंट जनरल-रैंक के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद इस टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी.