क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की है कि बिरौल (दरभंगा) के बुआरी गांव में क्षत्रिय समाज के लोगो के द्वारा शराब पीकर हंगामा करने वाले लोगों को रोकने पर रात्रि में गांव के क्षत्रिय समाज के सभी घरों में शराब माफिया के साथ मिलकर बिरौल थाने के पुलिस कर्मियों के द्वारा की गई मारपीट व लूट, महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़खानी करने वाले पुलिस कर्मियों पर कारवाई नही की गई तो 20 दिसंबर को थाना को जला दिया जायगा।
श्री राठौर ने कहा कि बुआरी (बिरौल, दरभंगा) में 16 नवंबर 2022 को महज शराब पीकर हंगामा कर रहे शराब कारोबारियो को गांव के लोगो ने रोका था। इसके खिलाफ़ उसी रात में गांव में घुस कर बिरौल (दरभंगा) थाना के पुलिस कर्मियों और अवैध शराब कारोबारियो के द्वारा लोगो की पिटाई शुरू कर दी। महिलाओ के जेवर तक लूट लिए। महिलाओं और बच्चियों के साथ छेड़खानी की गई। करीब पैंतीस पुरुष महिला बुरी तरह घायल हो गए।
जिनका ईलाज डीएमसीएच और आईजीआईएमएस में इलाज चल रहा है। लोगो के विरोध के बाबजूद आज तक थाने के किसी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी तो दूर निलंबन तक नही हुआ है। तमाम दलों के नेता और सरकार के मंत्री चुप्पी साधे है।
क्षत्रिय समाज का इतिहास है कि किसी पर अन्याय नहीं करता है और अन्याय के खिलाफ़ आवाज उठाने में सबसे आगे रहता है। इसीलिए जब समाज के ऊपर ही अन्याय हो रहा है वो भी पुलिस कर्मियों के द्वारा इसे सहन नहीं किया जा सकता है। क्षत्रिय सेवा महासंघ इस पर चुप नही बैठने वाली है।
मुख्यमंत्री से लेकर डीएम तक को पत्र भेजकर चेतावनी दे चुकी है कि पुलिस कर्मियों पर कारवाई नही होने पर नेताजी सुभाष, भगत सिंह और चंद्रशेखर के रास्ते पर चलते हुए बिरौल थाने को जला देगी।
महासंघ का मानना है जो थाना जनता के साथ ही गलत करे उसे रहने का कोई हक नही है। कब तक क्षत्रिय समाज सहेगा और चुप बैठेगा। संवाददाता सम्मेलन में अजय कुमार सिंह, संजय सिंह, सोनू सिंह आदि मौजूद थे।