कोरोना वायरस -बिहार का रिकवरी रेट आज की तिथि में 89.29 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 12 प्रतिशत अधिक है।

पटना, 10 सितम्बर 2020:- सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य  लोकेश कुमार सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार, अपर सचिव आपदा प्रबंधन  रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।

सचिव, सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को लेकर सरकार द्वारा पूरी तत्परता के साथ लगातार सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। आज प्रधानमंत्री द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में  मुख्यमंत्री ने भी भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान  मुख्यमंत्री ने  प्रधानमंत्री को बिहार में पशु एवं मत्स्य संसाधन के क्षेत्र में किये गये कार्यों के बारे में अवगत कराया।

सचिव सूचना ने बताया कि बिहार का रिकवरी रेट आज की तिथि में 89.29 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 12 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बताया कि कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है और पूरे राज्य में अब कोरोना के मात्र 15,678 एक्टिव मरीज रह गये हैं। रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 60 हजार 353 योजनाओं के अंतर्गत 14 करोड़ 98 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है।

सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,480 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,37,271 लोग कोविड-।डच्य19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं। विगत 24 घंटे में कोविड-।डच्य19 के 1,543 नये मामले सामने आये हैं। उन्होंने बताया कि 09.09.2020 को 1,12,199 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 45,62,913 है। उन्होंने बताया कि आर0टी0पी0सी0आर0 जांच नियमित तरीके से बढ़ाया जा रहा है। 09.09.2020 को 1,12,199 सैंपल्स की जांच हुई है और यह निरंतर बढ़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा कई इनिसिएटिव लिए गये हैं जिससे आर0टी0पी0सी0आर0 जांच में बढोत्तरी हो रही है। एक तो नये केंद्र खुले हैं और दूसरा यह कि सभी छह प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों (कटिहार मेडिकल कॉलेज, किशनगंज मेडिकल कॉलेज, सहरसा मेडिकल कॉलेज, बिहटा मेडिकल कॉलेज, रोहतास मेडिकल कॉलेज और मधुबनी मेडिकल कॉलेज) में भी जांच की जा रही है। इन मेडिकल कॉलेजों द्वारा मशीनें लगाई गयी हैं, जिन्हें राज्य सरकार द्वारा फ्री ऑफ कॉस्ट किट्स की आपूर्ति की जा रही है।

पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भी दो-तीन दिन के अंदर आर0टी0पी0सी0आर0 जांच की सुविधा प्रारंभ होने की संभावना है। नालंदा मेडिकल कॉलेज, पटना में भी यथाशीघ्र आर0टी0पी0सी0आर0 जांच की व्यवस्था प्रारंभ कर दी जायेगी। इसके लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। इसके बाद अगले चरण में जिला स्तर पर आर0टी0पी0सी0आर0 जांच की सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में भी काम प्रारंभ किया जाएगा।

अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय  जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा 01 सितंबर से लागू अनलॉक-4 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है। पिछले 24 घंटे में 541 वाहन जब्त किये गये हैं और 14 लाख 82 हजार 100 रूपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है। इस दौरान कोई कांड दर्ज नहीं किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। इस प्रकार 1 सितंबर से अब तक 13 कांड दर्ज किये गए हैं और 56 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है। कुल 4,770 वाहन जब्त किए गए हैं और करीब 01 करोड़ 58 लाख 98 हजार रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 4,703 व्यक्तियों से 02 लाख 35 हजार 150 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। इस प्रकार 01 सितंबर से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 53,603 व्यक्तियों से 26 लाख 80 हजार 150 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है। कोविड-।डच्य19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नए दिशा-।डच्यनिर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।

जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने बताया कि कोशी नदी के वीरपुर बराज पर आज 02 बजे 1,50,870 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति राइजिंग है। गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बराज पर आज 1,06,600 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है।

सोन नदी में इन्द्रपुरी बराज पर आज 22,545 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृत्ति फॉलिंग है। बागमती नदी का जलस्तर ढेग, सोनाखान, डूब्बाधार और कंसार/चंदौली में खतरे के निशान से नीचे है, जबकि कटौंझा और बेनीबाद में खतरे के निशान से क्रमशः 75 सेंटीमीटर और 32 सेंटीमीटर ऊपर है। बूढी गंडक नदी सिकंदरपुर, समस्तीपुर, रोसरा और खगड़िया में खतरे के निशान से नीचे बह रही है। गंगा का जलस्तर बक्सर, दीघा, गांधी घाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलपुर एवं कहलगांव में खतरे के निशान से नीचे प्रवाहित हो रही है। महानंदा नदी का जलस्तर तैयबपुर में खतरे के निशान से नीचे है लेकिन -स्ज्येंगराघाट में खतरे के निशान से ऊपर है।

गंडक नदी के नेपाल जलग्रहण क्षेत्र में वर्षा हुई है इसलिए जलस्तर में वृद्धि की संभावना है। बिहार राज्य में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा सतत् निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है।

अपर सचिव आपदा प्रबंधन  रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। अब धीरे-धीरे बाढ़ की स्थिति सामान्य हो रही है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। सारण जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 02 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 9,000 लोग भोजन कर रहे हैं।

सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें प्रतिनियुक्त हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है।

उन्होंने बताया कि अभी तक बाढ़ प्रभावित 17,25,201 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 1,035.12 करोड़ रुपये जी0आर0 की राशि भेजी जा चुकी है। सभी लाभान्वित परिवारों को एस0एम0एस0 के माध्यम से सूचित भी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग संपूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।

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