बिहार पत्रिका/पारस नाथ
अपनी वैश्विक महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाते हुए भारत सरकार के कलिंगा इंस्टीट्यूट आफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) डीम्ड यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर को ‘‘इन्ट्ीîूशन ऑफ एमिनेंस’’ (आईओई) की मान्यता दी है। कीट को 10 सार्वजनिक और 10 निजी विश्वविद्यालयों की चुनिंदा लीग में शामिल किया गया है, जिन्हें भारत सरकार की ‘‘इन्ट्ीîूशन ऑफ एमिनेंस’’ योजना के तहत विश्व स्तरीय संस्थानों के रूप में विकसित किया जाएगा।
इस मान्यता को पाने में कीट को पहले से हासिल वैश्विक रैंकिंग ने मदद की है। क्यूएस और टाइम हाॅयर एजुकेशन जैसी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय रैकिंग में कीट की प्रभावषाली स्थिति से उसे यह ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल हुआ है।
कीट भारत की सबसे पसंदीदा विष्वविद्यालयों में से है, जहाँ पूरे भारत तथा 50 देषों से अधिक देषों से विद्यार्थी अपनी व्यवसायिक और तकनीकी षिक्षा लेना चाहते हैं। इस संस्थान ने छात्र-हितैषी विष्वविद्यालय के रूप में अपनी प्रतिष्ठा बनायी है, जो परोपकारी और मानवता के सिद्धान्तों पर आधारित है। इस संस्थान की स्थापना 1992-93 में विषिष्ट षिक्षाविद और समाजिक कार्यकर्ता प्रो0 अच्युत सामन्त द्वारा एक व्यावसायिक प्रषिक्षण केन्द्र के रूप में की गई थी जो आगे चलकर वर्ष 1997 में उच्च षिक्षा केन्द्र के रूप में स्थापित हुई, जिसे इस संस्थान का आधार वर्ष भी माना जाता है। इसके बाद कीट से कीट तेजी से आगे बढ़ता गया और षिक्षा के हर क्षेत्र में अपनी स्थिति दृढ़ बनाता गया।
इस संस्थान को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुए है।ं इस संस्थान को 2015 में भारत सरकार के एचआरडी मंत्रालय की ओर से ए श्रेणी के विश्वविद्यालय का दर्जा मिला है। इसके साथ ही संस्थान को लगातार तीन बार उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए देश की शीर्ष मान्यता प्राप्त एएनसी से ए ग्रेड प्राप्त हुआ है। एनबीए से टायर वन वाषिंगटन एकार्ड के अलावा प्रतिष्ठित इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी आईआईटी यूके से मान्यता प्राप्त है। संस्थान को भारत सरकार की राष्ट्रीय संस्थागत रैकिंग फ्रेमवर्क द्वारा सिर्फ 50 विष्वविद्यालयों में भी शामिल किया गया है। कीट तकनीकी शिक्षा में 22 वर्ष का संस्थान और 15 वर्ष का विश्वविद्यालय है। लेकिन एक युवा विश्वविद्यालय होने के बावजूद इसने विभिन्न वैश्विक विश्वविद्यालय रैंकिंग और ‘‘इन्ट्ीîूशन ऑफ एमिनेंस’’ की मान्यता प्राप्त की है।
इस विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण क्षेत्र अनुसंधान और नवाचार है। इस विद्यालय ने विभिन्न क्षेत्रों में उन्नत अनुसंधान के लिए बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को सक्षम बनाने पर अधिक जोर दिया है। एयरोस्पेस ंएन्टरप्रेन्योरषिप को बढ़ावा देने के लिए बिग यूनिवर्सिटी इनोवेशन लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम के लिए इंडिया द्वारा चुने गए भारत के 7 संस्थानों में एक है।
हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्व वित्त पोषण के संस्थानों के बीच कीट को इनोवेषन अचीवमेंट में अटल रैकिंग प्राप्त हुआ। कीट की सफलता में गुणवत्तापूर्ण फैकल्टी की टीम और उनके द्वारा उच्च अनुसंधान का योगदान है। इस फैकल्टी टीम ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में 10,000 से अधिक पत्रिकाएं प्रकाशित कराई है। लगभग 3200 शोध पत्रिका को अंतरराष्ट्रीय डेटाबेस में अनु प्रमाणित किया गया है। मान्यता के अलावा अपनी स्थापना के बाद से कीट उल्लेखनीय रिकॉर्ड बनाता आया है। वर्ष 2019 की तरह 2020 के स्नातक बैच के लिए भी प्लेसमेन्ट अभियान शुरू हो गया है लगभग 4500 योग्य छात्र-छात्राओं में से 3000 से अधिक छात्रों को पहले हीं रोजगार मिल चुका है, जबकि एक बार फिर आने वाले महीनों में शत-प्रतिषत प्लेसमेंट हासिल करने को तैयार है।
वहीं छात्रों को दिए जाने वाले वेतन पैकेज में भी वृद्धि हुई है अब तक उच्चतम पैकेज 19 लाख प्रतिवर्ष और औसतन 6 लाख प्रतिवर्ष है। गुणवत्ता शिक्षाविदों के अलावा कीट अपने छात्रों के बीच खेल को भी बढ़ावा देता है। एमिनेंट की मान्यता पर संतुष्टि जाहिर करते हुए प्रोफेसर सामंत ने भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि 1997 से उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से आशीर्वाद और समर्थन मिलता है उनके आशीर्वाद और समर्थन के कारण उपलब्धि प्राप्त हुई है।