मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के भाग के रूप में कृषि तथा किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से सप्ताहभर का “किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी” अभियान का आयोजन किया है। अभियान के चौथे दिन मत्स्य पालन विभाग ने पशुपालन तथा डेयरी विभाग के सहयोग से 28 अप्रैल, 2022 को वर्चुअल जागरूकता सत्र का आयोजन किया। जागरूकता सत्र का मुख्य उद्देश्य मत्स्य पालकों, पशुधन पालकों तथा डेयरी किसानों और अन्य हितधारकों के बीच मत्स्य पालन, पशुपालन तथा डेयरी मंत्रालय द्वारा लागू की जा रही योजनाओं के प्रति जागरूकता पैदा करना और उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन तथा डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और रोजगार तथा आजीविका सृजन में मत्स्य पालन और पशुधन क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने विभिन्न राज्यों के किसानों के साथ बातचीत की और उन्हें मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर मत्स्य पालन, पशुपालन तथा डेयरी राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन और संजीव कुमार बाल्यान उपस्थित थे।
पशुपालन और डेयरी विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. ओ.पी. चौधरी ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा इस आयोजन की जानकारी दी। सत्र में एनएलएम/आरजीएम/एएचआईडीएफ की विभिन्न उद्यमिता योजनाओं के साथ मत्स्य पालन विभाग की प्रमुख योजना “प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई),” मत्स्य आधारभूत संरचना विकास कोष (एफआईडीएफ) और किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के साथ कृषि मत्स्य पालन और संबंधित गतिविधियों से जुड़े किसानों और संगठनों पर प्रकाश डाला गया। इस कार्यक्रम को मत्स्य पालन और डेयरी विभाग के आधिकारिक फेसबुक पेज पर लाइव स्ट्रीम किया गया, जिसमें अनेक लोग ऑनलाइन शामिल हुए। पूरे भारत के लगभग 2000 स्थानों से 1 लाख से अधिक किसान इस सत्र में शामिल हुए।
इस अवसर पर केंद्र सरकार के अंतर्देशीय मत्स्य पालन के संयुक्त सचिव सागर मेहरा ने उपस्थित लोगों विशेषकर किसानों को उनके उत्साह और सक्रिय भागीदारी के लिए धन्यवाद दिया। मत्स्य पालन उद्योग में उद्यमिता के अवसरों को प्रोत्साहित करने और उपस्थित किसानों को प्रेरित करने के लिए मछली उद्यमियों की सफलता गाथाओं के वीडियो दिखाए गए।