बच्चों में संस्कृति का समग्र विकास : राजीव रंजन प्रसाद

नयी दिल्ली, 29 जून ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) शिक्षा प्रकोष्ठ के सौजन्य से बाल शिक्षा और बच्चों के पालन-पोषण पर आधारित कार्यशाला माइंडमूवर्स का वर्चुअल आयोजन आगामी 04 जुलाई को होने जा रहा है। बाल शिक्षा और बच्चों के पालन-पोषण पर एक कार्यशाला माइंडमूवर्स का वर्चुअल आयोजन आगामी 04 जुलाई को सुबह 11 बजे से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सूत्रधार दीपक कुमार वर्मा (वैश्विक अध्यक्ष, शिक्षा और प्रशिक्षण), सुतापा दत्ता (दिल्ली राज्य, शिक्षा और प्रशिक्षण प्रकोष्ठ की अध्यक्ष), छाया चंद्रा (शिक्षा और प्रशिक्षण प्रकोष्ठ, दिल्ली की महासचिव) हैं। इस कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथि वक्ता: चित्रा राजुस्थ (एक प्रमाणित क्यूसी 2 लेवल लाइफ कोच और योग ट्रेनर, आयुष मंत्रालय) और शिप्रा सरकार जिन्हें शिक्षा और पेशेवर कहानीकार में 27 साल का अनुभव है।

जीकेसी के वैश्विक अध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद का मानना ​​है कि संस्कृति, जीवन शैली, प्रेम, जुनून, स्नेह और जीवन में अनुशासन को समझना बचपन से ही शुरू होना चाहिए।जो बच्चे इससे वंचित रह जाते हैं वे भिन्न मार्ग अपनाते हैं और जीवन में अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

सही परवरिश से बच्चे राष्ट्र का निर्माण करते हैं : दीपक कुमार वर्मा

दीपक कुमार वर्मा ने बताया कि दयालुता, नम्रता, साहस और करुणा जैसे अच्छे नैतिक मूल्यों को कम उम्र में ही जानने से बच्चे के चरित्र का निर्माण होता है। साथ ही यह हमारी अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि हम समग्र विकास के लिए बच्चे के स्वास्थ्य और पोषण पर नजर रखें। आज की दुनिया में जहां अधिकांश कक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाती हैं, एक बच्चा पूरे दिन एक कमरे में कैद रहता है। बच्चे सामाजिक, भावनात्मक और सीखने के मुद्दों से जूझ रहे हैं।आज की कार्यशाला ऐसे मुद्दों को संबोधित करेगी और ऐसे मुद्दे को संभालने के लिए कुछ अनुकूल समाधान प्रदान करने का प्रयास करेगी।

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