बिहार 2020 चुनाव के मद्देनजर आज कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय, के बिहार प्रदेश इकाई कि एक अहम बैठक कायस्थ वाहिनी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में अभिजीत सिन्हा ने विश्व में कायस्थों को जागृत करने की अपील करते हुए कहा देश की आजादी के बाद से हिटलरशाही करने वाली सभी सरकारों ने क्रांतिकारियों के परिजनों के साथ साथ कायस्थों के साथ सौतेला ब्यवहार किया है। गुदरी के लाल लालबहादुर शास्त्री का ताशकंद में मृत्यु का दस्तावेजों के आधार पर कानूनी कार्यवाही करने की बजाए गंभीर मामलों को अब तक दबाए रखा है।
उन्होंने कहा कि बिहार मे कायस्थों को नीचा दिखाने के लिए भाजपा जेडीयू शासनकाल में भी कायस्थों के साथ दोमुंहा व्यवहार करते हुए विधानसभा चुनाव के टिकट नहीं दिए गए केवल भाजपा ने अपने सिर्फ तीन पारंपरिक कायस्थ सीटों को बनाए रखा। विश्व के कायस्थों एवं युवाओं के विनाश की चिंता करने वाला कभी इतिहास नहीं रचा करता (800 वर्ष मुग़ल साम्रांज्य) (200 वर्ष अंग्रेजों के शासनकाल में गुलामी) (70 वर्ष कांग्रेस कांग्रेस शासनकाल के अत्याचार) (15 वर्षों तक लालू प्रसाद यादव के सरकार ) (15 वर्ष से नीतीश कुमार का शासनकाल में बिहारवासी त्रस्त) है और बीजेपी और जदयु के नेता मस्त है।
उन्होंने कहा कि कायस्थ देश और दुनियां में अपनी संस्कृति और ताकत का लोहा मनवाने वाले स्वामी विवेकानंद अंग्रेजों में भय पैदा कर आजाद हिन्द फौज के सुभाष चन्द्र बोस, रामबहादुर सक्सेना, खुदीराम बोस, देशरत्न डा० राजेन्द्र प्रसाद, गुदड़ी के लाल लालबहादुर शास्त्री, लोकनायक जयप्रकाश नारायण बाबू, जैसे महान पुरूषों ने अपने सिद्धांत से कभी समझोता नहीं किए।
उन्होंने कहा कि बिहार सुशासन सरकार मे दो ही जाती (कायस्थ, डोम) को मंत्रीमंडल में नहीं लिया गया, कायस्थों के तथाकथित नेताओं के मुँह पर करारा तमाचा मारा और अब तक मारा जाता आ रहा है।
कायस्थों की कमजोरियों के परिणामस्वरूप भाजपा जेडीयू कांग्रेस जैसी सभी पार्टियों ने कायस्थों को अपने इस्तेमाल की वस्तु समझ उनके फायदे उठाते आ रहे हैं देश और दुनियां के कायस्थों को जाग्रत करते हुए कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय ,के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने कायस्थों और विशेष कर कायस्थ युवाओं से अपील करते हुए अनुरोध किया सत्ता में कायस्थों को लाए जाने के लिए देश दुनियां के सभी कायस्थों से आंदोलन करने के लिए अपील की है ।
उन्होंने कहा कि 2020 बिहार विधान सभा में बीजेपी और जदयु का बहिस्कार करें और केवल और केवल कायस्थवाद करे।