बेतिया\पश्चिम चंपारण :- पश्चिम चंपारण जिला के बेतिया का सुपरहिट सदर अस्पताल करोड़ों रुपए की दवा की जा रही है, दफन।
उक्त दवा सत्र 10, 11, 12 में ही एक्सपायर
जिले के सुप्रसिद्ध सदर अस्पताल में अवस्थित एमजेके सदर अस्पताल के अधीक्षक आवास में पूर्व से रखे गए। करोड़ों रुपए की दवा को एक्सपायरी होने के उपरांत आज गुरुवार को उसे दफन करने का कार्य आरंभ किया गया।
गड्ढे में दवा डालने के बाद भी बहुत से ऐसे दवा हैं। जो अभी भी पुराने अधीक्षक के आवास में बने कमरे में भरे पड़े हैं। बताया जाता है कि उक्त दवा सत्र 10, 11, 12 में ही एक्सपायर हो चुकी है। जिसका नामोनिशान मिटाने के उद्देश्य अस्पताल प्रशासन द्वारा ऐसा कार्य करने का निर्णय लिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध दवाओं का वितरण सुचारू रूप से नहीं
उक्त दवा में सिरप, ड्रॉप्स, सलाइन, वॉटर इंजेक्शन, मोबाइल एंड एम्पुल अधिक संख्या में शामिल है। इससे प्रतीत होता है कि अस्पताल प्रशासन कहीं ना कहीं सुदूर देहाती क्षेत्रों से आए रोगियों को इलाज के उपरांत दवा वितरण करने में सक्षम साबित नहीं हुई है।
आज भी सदर अस्पताल में संचालित आपातकालीन कक्ष एवं ओपीडी में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध दवाओं का वितरण सुचारू रूप से नहीं की जाती है। सुदूर देहाती क्षेत्रों से आए रोगियों एवं परिजनों को खुले बाजार से महंगी कीमतों पर दवा खरीदने पर बंद होना पड़ता है, और बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध दवाओं को दफन करने की प्रक्रिया सदर अस्पताल के लिए यह कोई नई बात नहीं है। इसके पूर्व भी समाचार पत्रों में ऐसी घटनाओं को प्रकाशित किया गया था।
जिसमें पूर्व जिला पदाधिकारी में अस्पताल प्रशासन के पदाधिकारियों के विरुद्ध संज्ञान लिया था। परंतु उसके बावजूद भी या परंपरा सदर अस्पताल में थमने का नाम नहीं ले रहा है।
पदाधिकारी गण से पूछने के उपरांत वह कुछ बताने में सक्षम प्रतीत नहीं हो रहे हैं, कि सभी पदाधिकारी कौन है ?
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