पटना 30 मई 2020
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार सिंह, पटना दक्षिण नागरिक संघर्ष समिति के अध्यक्ष दीपक कुमार अग्रवाल, वार्ड न 34 के पार्षद कुमार संजीत बबलू ने कहा कि कंकड़बाग की जनता का विरोध नये विकसित इलाकों के जल निकासी वयवस्था से नहीं है। उन्होंने नये इलाकों पोस्टल पार्क, रामविलास चौक, नवरत्नपुर, संजय नगर, इंदिरा नगर,अशोक नगर की जल निकासी स्वतंत्र रूप से योगीपुर संप के बाहरी निकास में हो, ताकि नये इलाकों का पानी सीवरेज भी निकले तथा पुराने इलाकों के जल निकासी व्यवस्था पर भी कोई असर नहीं हो।
उन्होंने कहा कि समिति नयें इलाकों के जलजमाव की समस्याओं से पुर्णतः अवगत है और इन इलाकों के जल निकासी का स्थायी निदान बाईपास के किनारे बादशाही पैन के रास्ते तकनिकी दृष्टिकोण से भी सीधे पड़ता है और योगीपुर के आउटफाल में जुड़ने से पुराने इलाकों के जल निकासी पर भी प्रभाव नहीं पङेगा तथा नये विकसित इलाकों के जलजमाव की समस्या का निराकरण स्थायी तौर पर हो सकेगा।
आज बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व कंकड़बाग निवासी मिथिलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में समिति के पदाधिकारियों एवं प्रमुख प्रबुद्ध लोगों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के पश्चात उपर्युक्त लोगों ने कहा कि कंकड़बाग तथा इससे जुङने वाले सभी नये इलाकों के भौगोलिक संरचना के आधार पर ही वृहत् कार्य योजना के तहत कारवाही से इस ही इलाकों के जलजमाव की समस्या नहीं होगी। बिना बाहरी निकास को सृदढ किये तथा उसकी क्षमता बढाये हुए ये छोटी छोटी निविदा अभिकरताओ तथा पदाधिकारियों को तो खुश कर देतीं हैं, परन्तु स्थायी समाधान के ओर बढ़ने मे सहायक नहीं है।
उन्होंने कहा कि कंकड़बाग के जीरो पवाईट तथा पुराने डरेनेज व सीवरेज की क्षमता की अपनी सीमाएं हैं तथा नव विकसित कालोनियों के जल निकासी प्रणाली नहीं होंने के कारण उत्पन्न जलजमाव की समस्या। उन्होंने कहा कि समिति नयें इलाकों के जल निकासी प्रणाली के निर्माण को ज़रूरी मानतीं है, परन्तु सरकार के खर्च पर योजना के सही उदेश्य की पूर्ति चाहती है। बाइपास के किनारे से पाइप का जुडाव योगीपुर के निकास मार्ग से तकनीकी तोर पर सबसे उपयुक्त व कम खर्चीला मार्ग है। इस सीधे ढलान के मार्ग को तिरछे-टेढे जीरो पवाईट पर झमता से अधिक बाहरी पर लाना न तो ढलान के हिसाब से तकनीकी तोर पर सही होगा न ही इसका रख रखाव सही ढंग से होगा।
पटना दक्षिण नागरिक संघर्ष समिति नयें इलाकों के जलजमाव का स्थायी और सही उपाय चाहती है, ताकि भविष्य में यह समस्या दुबारा न हो। वर्ष 2005 से 2018 तक कंकङबाग का इलाक़ा लगभग जलजमाव से मुक्त रहा था। समिति ने कहा कि तत्काल इस बरसात में बाइपास के किनारे कच्चा नाला काट कर योगीपुर के निकास तक मिला दिया जाये। कालोनी मोड़ पर भी बाहरी नाला का निर्माण आ एन सिंह मोड़ तक किया जाए ताकि पुरानी व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।
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