यूं तो प्रतिभा किसी की मोहताज नही होती है, ना उम्र और न कोई विकार बन पाती है बाधा। ऐसा ही कुछ विशेष विलक्षण प्रतिभा से भरी मधुबनी जिले के जयनगर शहर की अध्विका झा ने। अध्विका ने महज दो साल की उम्र में अपनी समझने और परखने की अद्भुत प्रतिभा शक्ति से इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है। उसने हिंदी एवं अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर की पहचान एवं उच्चारण, जानवरों को उनके चित्र से पहचान एवं नाम से याद रखना, 10 से ज्यादा जानवरों की आवाज की पहचान एवं नकल, सब्जियों के पहचान, शरीर के अंगों की पहचान आसानी से कर इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिए है।
इस बाबत उनके दादा सुनील कुमार झा, पिता रविरंजन झा, माँ गायत्री झा, दो भाई तेजश्व एवं ओजश्व झा गर्व से फुले नही समा रहे हैं।
इस बाबत उनको बधाई देने वालों में सुमित राउत, किशोर महतो, सुजीत गुप्ता, अमित राउत, पप्पू पूर्वे, मनीष सिंह यादव, संतोष शर्मा, मिथिलेश महतो, प्रथम कुमार, विशाल नायक, किशन महतो, सुनील कर्ण एवं अन्य दर्जनों लोगों ने अद्विका को उसकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
मधुबनी से संतोष कुमार शर्मा की रिर्पोट