कमल की कलम से !
मंगलवार 4 अप्रैल किसी के लिए बहुत खास था जब पटना एयरपोर्ट पर उसका स्वागत बहुत धूमधाम से की गई.जी हाँ हम बात कर रहे भगवानी देवी जी के बारे में.
दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में रहने वाली 95 साल की भगवानी देवी ने एक बार फिर सारी दुनिया को चौंका दिया है.देश की सबसे उम्रदराज धावक के रूप में पहचानी जाने वाली भगवानी देवी डागर ने पोलैंड में आयोजित हुई नौवीं वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स इनडोर चैंपियनशिप 2023 में 60 मीटर दौड़,डिस्कस थ्रो और शॉटपुट की प्रतियोगिताओं में 3 स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान सम्मान बढ़ाया है.
और इसके साथ ही उन्होंने चेन्नई में आयोजित होने वाली नेशनल मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी अपना चयन कराया है.
भगवानी देवी हरियाणा के झज्जर जिला के खेड़का गांव से है और देशवाल गोत्र की है एवं दिल्ली देहात के नजफगढ़ क्षेत्र के मलिकपुर गांव में डागर परिवार में इनकी शादी हुई है.इनके पोते विकास डागर अन्तरराष्ट्रीय पैरा एथलीट है.
भगवानी देवी का 12 साल की आयु में ही विवाह कर दिया गया था और 30 वर्ष की उम्र में वह विधवा हो गईं.पति की मृत्यु के बाद उन्होंने अपना पूरा ध्यान बच्चों के पालन-पोषण में लगाया.बेटी जब चार साल की हुई तो उसकी भी आकस्मिक मौत हो गई.इन परिस्थितियों में टूट जाने के बजाए भगवानी ने हिम्मत बांधे आगे बढ़ते रहने का फैसला किया और इस बीच उन्हें दिल्ली नगर निगम में नौकरी मिल गई.इसके बाद से उन्होंने धीरे-धीरे अपने जीवन को पटरी पर लाया.
इन्होंने स्पोर्ट्स में पहली बार ये स्टेट लेवल की चैंपियनशिप खेली है.
ये 26 अप्रैल को चेन्नई पहला नेशनल खेलने जाएंगी.
जून के अंत मे यूरोप के फ़िनलैंड में भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलने जाएगी.इन्हें दिल्ली महिला आयोग ने भी सम्मानित किया है.
भगवानी देवी का अगला लक्ष्य है फिलीपींस में होनेवाली एशियन चैंपियनशिप की.