जीतनराम मांझी के बयान के बाद बिहार में सियासत शुरू, एलजेपी ने कहा- ‘परेशान हैं मांझी
जीतनराम मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले ताकत दिखाने का फैसला किया है. जिसके बाद बिहार में सियासत शुरू हो गई है.
(हम) पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले ताकत दिखाने का फैसला किया है. जिसके बाद कहा जा रहा है कि महागठबंधन में टूट हो गई है. साथ ही बिहार में अब सियासत भी शुरू हो गई है. मांझी ने कहा था कि उन्हें आरजेडी और बीजेपी ने ठगा है अब वह अकेले ही चुनाव लड़ेंगे।
मांझी के बयान के बाद एलजेपी विधायक दल के नेता राजू तिवारी कहा कि जीतनराम मांझी मानसिक रूप से परेशान हैं। राजू तिवारी के मुताबिक जीतनराम मांझी को न तो बीजेपी ने ठगा है और न ही महागठबंधन ने ठगा। उन्होंने कहा मांझी अकेले लड़ें या किसी के साथ परिणाम वही होगा जो लोकसभा चुनाव में हुआ था।
वहीं, इस मामले में आरएलएसपी से जेडीयू में शामिल हुए ललन पासवान ने कहा कि जीतनराम मांझी उसी दिन ठगे गए थे जिस दिन उन्होंने एनडीए का साथ छोड़ दिया था. एनडीए से अलग होकर उन्होंने खुद को ही ठगा है. अब उन्हें महागठबंधन से हटने के बाद असलियत का एहसास हुआ है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन से ठगाने के बाद वह अकेले पड़ गए हैं. इसलिए अब वह इस तरह का बयान दे रहे हैं.
वहीं, मांझी के बयान पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी के नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि मांझी कहीं नही जाएंगे. उन्होंने दलील दी है कि उनकी विचारधारा महागठबंधन से मिलती है. साथ ही उन्होंने कहा कि सभी दलों को ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने का अधिकार है. मांझी भी सभी विधानसभा स्तर पर सदस्य बनाने की बात कह रहे हैं. चुनाव के वक्त तय होगा कि कौन किस सीट पर चुनाव लड़ेगा।