झारखंड सरकार द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार में क्षत्रिय समाज की उपेक्षा किए जाने के सवाल पर क्षत्रिय संगठन उग्र हो गए हैं, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा बिहार प्रदेश के अध्यक्ष डॉ विजय राज सिंह संयोजक शैलेश कुमार सिंह ने आज राजधानी पटना में एक प्रेस वार्ता का आयोजन कर इस मुद्दे को गंभीर विषय बताया और कहा कि झारखंड के नई सरकार के गठन में क्षत्रिय समाज ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
सरकार गठन के बाद से ही उचित भागीदारी मंत्रिमंडल में देने की मांग उठ रही थी
सरयू राय के बहाने पूरे झारखंड में क्षत्रिय मतदाताओं ने भाजपा के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस व अन्य दलों दलों को वोट दिया. जिसके बल पर झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनी सरकार गठन के बाद से ही उचित भागीदारी मंत्रिमंडल में देने की मांग उठ रही थी. पर साजिश के तहत क्षत्रिय समाज के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है जो कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
सरयू राय का टिकट कटना आग में घी का काम किया
डॉ विजय राज सिंह ने बताया कि चाहे राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी हो चाहे मध्यप्रदेश मे क्षत्रिय समाज ही मुखर होकर कांग्रेस के समर्थन में उतरा उस समय पूरे देश में इस एस सी एसटी के खिलाफ जन आंदोलन चल रहा था. उसी के फलस्वरूप क्षत्रिय समाज ने एकजुट होकर कांग्रेस को समर्थन दिया झारखंड में लोग भाजपा से नहीं भाजपा के स्थानीय नेतृत्व से नाराज थे. सरयू राय का टिकट कटना आग में घी का काम किया. इसके बाद क्षत्रिय संगठन और क्षत्रिय मतदाता एकजुट होकर भाजपा हटाओ अभियान में लग जाए और जिसका परिणाम सामने आया, बावजूद इसके इस समाज को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिलना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
इस विषय को लेकर संगठन ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भी लिखा है आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के कृष्णा जी मास्टर साहब हरेंद्र सिंह समेत कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे