बिहार आज बिकास के उच्चतम शिखर पर मौजूद है। पिछले 15 वर्षो के शासनकाल में हमने बिहार को गर्त से निकाल कर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुचाने का काम किया है। सडक, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन, आधारभूत संरचना, सामाजिक परिवर्तन के साथ साथ जल-जीवन-हरियाली अभियान एव वर्तमान कोरोना जैसे वैश्विक संकट पर बिहार ने अपने सूझ बूझ एव दूरदर्शी सोच के बदौलत बिहार का सम्मान बढाने का कार्य किया है। जनता जनार्दन का यदि आशीर्वाद कायम रहा, तो आगे बिहार के मान सम्मान को विश्व स्तर पर स्थापित करने के लिए कोई कसर बाकी नही छोडेगे।
बिहार के सीएम सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतिश कुमार ने पटना स्थित पार्टी कार्यालय से जदयू के डिजिटल जन संवाद के माध्यम से उपरोक्त बातें कही। उन्होंने ने बिहार के सर्वागीण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट करते हुए कहा की आजादी के बाद कांग्रेस- राजद जैसी सरकारो ने सामाजिक व्यवस्था को ध्वस्त कर केवल जनता का शोषण किया। बिकास के बदले केवल व्यक्ति और परिवार का बिकास हुआ, लेकिन हमने 2005 मे शासन मे आते ही एक नया रूप रेखा तैयार किया। हर क्षेत्र के बिकास की कार्ययोजना तैयार की उसी का परिणाम है, कि आज बिहार और बिहारी कहलाना अपमान नही सम्मान का परिचायक हैं।
सीएम ने लालू राबडी के तथाकथित जंगल राज पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि 2005 तक केवल जाति की बात होती थी। वोट के लिए धर्म का उपयोग होता था। शाम के बाद लोग घर से निकलने मे संकोच करते थे, जातिवाद साम्राज्यवाद तथा सामंतवाद के साथ संप्रदायवाद की ताकतो के आगे पूरा बिहार असहाय दिखता था। लेकिन 2005 मे सत्ता में आते ही हमने स्पष्ट कर दिया कि क्राइम करप्शन तथा कमनिलजिम के साथ कोई समझौता नहीं करेगे तथा आज तक इस संकल्प के साथ खडा है और आगे भी मजबूती के साथ सामाजिक सद्भाव को कायम रखेगे।
नीतीश कुमार ने विभिन्न क्षेत्रों मे आकडो के सहारे अपनी उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि कोरोना जैसे वैश्विक संकट पर बिहार सरकार ने ऐतिहासिक पहल की। एक दिन में 3600 जांच केन्द्रों पर जांच की व्यवस्था हुई। कोरोनटाइन सेन्टर पर बीस लाख लोगों की सहायता की गयी। 23 लाख लोगो को राशन कार्ड दिया गया। 80 लाख बिहारबासियो को नवंबर तक गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया गया। 500 बेड का बिहटा तथा मुजफ्फरपुर में उच्च तकनीक का हास्पीटल बनाया गया।
हर जिले में लघु सूक्ष्म रोजगार योजना से 192 इकाइयों के माध्यम से 191 करोड़ मानव दिवस श्रृजित कर रोजगार दिये गये। 18 लाख 39 हजार 666 किसानों को 568 करोड़ रुपये का कृषि इनपुट अनुदान दिया गया। नीतीश कुमार ने अपराध के मुद्दे पर बिहार के माहौल को बेहतर बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर अपराध मे बिहार का 33 वा स्थान है, जिसमें बलातकार में 29वा, गृहभेदन मे 34वा, हत्या मे 21वा है। उन्होंने कहा है कि भूमि विवाद को कम करने के लिए 6 हजार 308 अमीनो की बहाली की गयी। एलपीसी को अद्यतन किये गये। लोकायुक्त अधिनियम के तहत मुख्यमंत्री से हर जन प्रतिनिधि को जोड़ा गया। नीतीश कुमार ने आधारभूत संरचना के क्षेत्र में ऐतिहासिक पहल बताते हुए कहा कि 2005 तक केवल 835 किलोमीटर लंबाई में सड़क थी, लेकिन आज 96 हजार 576 किलोमीटर प्रधानमंत्री सड़क योजना मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना टोला संपर्क योजना के तहत बनकर तैयार है।
बिजली के क्षेत्र में 2005 तक केवल 700 मेगावाट बिजली की खपत थी लेकिन आज हर घर बिजली योजना के तहत 48 हजार 678 करोड़ रुपये का प्रावधान कर 1 करोड़ 61 लाख 82 हजार उपभोक्ता मौजूद है। शिक्षा के क्षेत्र में छात्र छात्राओं की उपस्थिति 12% थी, जो आज 96 प्रतिशत है। साईकिल पोशाक छात्र वृति जैसी योजनाओं तथा स्कूलो का आधुनिकीकरण किया। हर पंचायत मे उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाये गये। संस्कृत तथा मदरसो का सरकारी करन किया गया एव कब्रिस्तान तथा मंदिरों की घेराबंदी की गयी। नालंदा विश्वविद्यालय तथा बिक्रमशीला विश्वविद्यालय जैसे उच्च शिक्षण संस्थान बनाये गये जो यह साबित करता है, कि हमने बिहार का ईमानदारी से बिकास किया है।
सम्मेलन मे बिधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बिहार के बिकास मे नीतीश कुमार के योगदान की बिस्तार से चर्चा की। ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र यादव ने नीतीश सरकार को देश का रोल माडल बताते हुए कहा कि आज बिहार का अनुकरण देश कर रहा है। जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि डिजिटल प्लेटफार्म पर रैली करनेवाले नीतीश देश के पहले तथा विश्व के दूसरे राजनेता है। भवन निर्माण मंत्री डा अशोक चौधरी ने नीतीश कुमार को कमजोर वर्ग के लोगों का सच्चा महानायक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तथा बिधानसभा अध्यक्ष जैसे पदों पर दलित समाज को स्थापित कर यह साबित कर दिया है, कि समाज के सभी वर्गों का उत्थान उनकी प्राथमिकता है।
संतोष कुमार शर्मा