कैबिनेट और दल से बर्खास्त किये गए श्याम रजक, पटना के फुलवारी से हैं विधायक

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की सहमति के बाद राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ नेता श्याम रजक को पार्टी से निकल दिया गया है। श्री रजक नीतीश कैबिनेट में उद्योग मंत्री थें। इसके पूर्व श्याम रजक की गतिविधियों से जेडीयू को एहसास हो गया था कि कि वे पार्टी छोड़ने वाले हैं। पार्टी को जैसे ही इसकी भनक लगी, त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

सीएम नीतीश ने मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की सिफारिश राज्यपाल से कर दी है

राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की सहमति के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने यह आदेश जारी किया है। पार्टी से निकाले जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्याम रजक को मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया है। सीएम नीतीश ने बर्खास्तगी की सिफारिश राज्यपाल से कर दी है।

सूत्रों के मुताबिक श्याम रजक जल्द ही जेडीयू छोड़ने का ऐलान करने वाले थे। इसकी बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ट नारायण सिंह ने आदेश जारी कर कहा कि फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्याम रजक को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए दल से निष्कासित कर दिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, श्याम रजक की अपनी सीट फुलवारी विधान सभा से इस बार उनकी टिकट काटने की पूरी उम्मीद थी। इस सीट से प्रबल दावेदारी अरुण मांझी बनती देख श्याम रजक खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे थे। इसी कारण वो पार्टी छोड़ना चाहते थे। श्याम रजक ने कहा है कि वे सोमवार को अपने नए फैसले की घोषणा करेंगे। उनका झगड़ा किसी से नहीं है। लड़ाई विचारधारा की है। कहा, “मैैं बाबा साहब भीम राव अंबेडकर व पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की तस्वीर के नीचे बैठने वाला आदमी हूं। उनके सिद्धांतों पर आगे बढ़ता हूं।”

राजद सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक 2009 में जेडीयू में हुए थे शामिल

आपको बताते चले कि जेडीयू से पहले श्याम रजक लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी में थे और राबड़ी देवी के मंत्रिमंडल में मंत्री भी थे। लेकिन 2009 में आरजेडी के फुलवारी शरीफ से विधायक पद से इस्तीफा देकर श्याम रजक जेडीयू में शामिल हो गए थे। हालांकि उप चुनाव हार गए थे, लेकिन 2010 में विधायक बने और इन्हें मंत्री पद मिला था। वहीं 2015 में महागठबंधन से विधायक बने थे, लेकिन इस बार मंत्री नहीं बनाया गया। हालंकि बीजेपी के साथ बने गठबंधन में नीतीश कुमार ने उन्हें फिर से मंत्री बनाया था। बिहार में इसी साल अक्टूबर में विधानसभा हो सकते हैं।

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