बिहार पत्रिका/पप्पु पूर्वे मधुबनी
अनुमंडल मुख्यालय जयनगर एवं आसपास के इलाके में चल रहे निजी नर्सिंग होम पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड केन्द्रों की जांच में भारी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। जांच अभियान का नेतृत्व कर रहे एसडीओ शंकर शरण ओमी ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में इन केंद्रों की जांच के लिए तीन अलग अलग टीम गठित की गई।जांच टीम में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एस के विश्वकर्मा, डॉ रविभूषण प्रसाद, डॉ रोनित, सीओ संतोष कुमार, ईओ अमित कुमार व बीडीओ चन्द्रकान्ता शामिल थे। एसडीओ ने बताया कि अनुमंडल मुख्यालय के स्टेशन चौक, वाटरवेज चौक, शहीद चौक, यू टाइप सड़क समेत बेला, उसराही आदि में संचालित हो रहे एक दर्जन से अधिक निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड केन्द्रों की जांच की गई। जिसमें अधिकांश केन्द्रों का संचालन बगैर निबंधन के किए जाने, निर्धारित मानक पूरा नहीं करने समेत अन्य गड़बड़ी सामने आई है।
उन्होंने बताया कि डॉ एस के विश्वकर्मा के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम जांच प्रतिवेदन तैयार कर रही है। अग्रेतर कारवाई के लिए जिला प्रशासन को भेजा जाएगा। जांच अभियान से सोमवार को इन केंद्रों में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। ज्ञातव्य हो कि नेपाल सीमा से सटे इन इलाकों में स्थित निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी व अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर मरीजों से आर्थिक दोहन करने, बगैर तकनीकी विशेषज्ञ व निबंधन के को संचालित करने, लिंग परीक्षण, भ्रुण हत्या समेत अन्य गैर कानूनी मामले बराबर चर्चा में रहते हैं। एसडीओ ने बताया कि अधिकांश केंद्रों के फर्जी तरीके से चलने की पुष्टि हुई है।