पटना।। बैंकों की हड़ताल को पूर्ण रूप से सफल बताते हुए इंटक के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि बैंक कर्मियों की राष्ट्रव्यापी 2 दिनों की हड़ताल में इंटक से संबद्ध यूनियनें भी शामिल हैं। केंद्र सरकार बैंकों का निजीकरण हेतु बैंकिंग अधिनियम (संशोधन) विधेयक 2021 को संसद में पारित कराकर इसका मार्ग प्रशस्त कर रही है। वर्ष 1969 एवं 1980 में इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में कुल 20 बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था ताकि देश के ग्रामीण आबादी खासकर गरीबों की पहुंच बैंकों तक हो सके। श्री सिंह ने यह भी कहा कि वर्तमान केंद्र की सरकार इस काला कानून के माध्यम से बैंकों का निजीकरण कर देश के चुनिंदा पूंजीपतियों के हाथों में फिर से बैंकों को सुपुर्द करना चाहती है। देश के किसानों ने जिस तरह से अपनी लड़ाई लड़कर तीन काले कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार को बाध्य किया है। उसी प्रकार बैंक कर्मी भी इस काले कानून के विरुद्ध आंदोलन को चलाएंगे जब तक सरकार इसे वापस नहीं ले लेती है।
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