पुण्य तिथि पर याद किए गए इंटक नेता डी राम साहब

स्व० राम साहब सभी के लिए एक आदर्श श्रमिक नेता के रूप में रहे हैं। कार्य के प्रति उनकी निष्ठा, ईमानदारी, प्रतिबद्धता, लग्न एवं उनके समर्पण को आज भी बैंकिंग उद्योग में लोग याद करते हैं।

उक्त विचार इंटक के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिहार इंटक अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने स्व राम साहब की श्रद्धांजलि सभा में रखी।

श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज ही के दिन हम सबों के बड़े भाई इंटक के प्रदेश महामंत्री एवं केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य डी राम साहब वर्ष 2020 में हम लोगों को छोड़ कर चले गए थे। आज भी उनकी यादें हम सबों के मानस पटल पर है और जीवन पर्यंत यह बनी रहेगी। हम सब लोग उन्हें प्यार से राम साहब कह कर ही बुलाया करते थे। बैंक कर्मियों की हितों के रक्षार्थ वे लगातार संघर्ष करते रहे।

श्री सिंह ने कहा कि बिहार-झारखंड बंटवारा के बाद इंटक का कमान जब मेरे कंधों पर डाला गया तो सबसे पहले मैंने राम साहब को यह सूचना दी और उनसे निवेदन किया कि वह मेरे साथ काम करें। मेरे आग्रह पर उन्होंने इंटक बिहार में महामंत्री पद को सुशोभित किया और इंटक में भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार इंटक को बिहार में मजबूत एवं सक्रिय बनाने में दिन रात परिश्रम करते रहे।

आपको बताते चलें कि स्व० राम साहब बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी में भी वे सचिव पद पर रहे थे। सभा को सम्बोधित करते हुए अन्य वक्ताओं ने कहा कि श्रम आंदोलन में ऐसे विरले लोग मिलते हैं, जो अपना सर्वस्य न्योछावर कर श्रम आंदोलन की धार को लगातार धारदार बनाने में लगे रहें हों। हम सबों को राम साहब के कृत्यों से सीख लेनी चाहिए और निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ श्रम आंदोलन में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।

उनके पुण्यतिथि के अवसर पर इंटक परिवार ने उन्हें याद करते हुए नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित किया।

Related posts

Leave a Comment