राष्ट्रवाद,देशभक्ति और भारतीयता की वैश्विक स्थापना ही एचआरयूएफ का लक्ष्य:विशाल दफ्तुआर_
जनहित में आज से “फंड रेज कैम्पेन” शुरू_
एचआरयूएफ का मूल मंत्र है- ह्यूमन राइट्स विथ ह्यूमन ड्यूटीज
वैश्विक स्तर की संस्था ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन-एचआरयूएफ ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर अपने बहुप्रतीक्षित बेबसाइट एचआरयूएफ.ओआरजी(hruf.org) की शुरुआत कर दी है।यह अभी टेस्टिंग मोड में है।
एचआरयूएफ के फाउंडर चेयरमैन एवं अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता विशाल रंजन दफ्तुआर ने बताया कि इस बेबसाइट के द्वारा वैश्विक स्तर पर एक भारतीय संस्था के विचारों और कार्यों के द्वारा भारतीयता का उद्घघोष किया जायेगा।तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी की प्रेरणा से देशभक्ति,राष्ट्रवाद और वैश्विक स्तर पर भारतीयता के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला फाउंडेशन-एचआरयूएफ की जून, 2019 में स्थापना की गई थी।वैश्विक स्तर पर इंग्लैंड की एमनेस्टी इंटरनेशनल और अमरीका की ह्यूमन राइट्स वाच जैसी पुरानी संस्थाओं की धमक है।किसी भी भारतीय संस्था ने वैश्विक स्तर पर अपनी छाप नहीं छोड़ी है।एक भारतीय संस्था के तौर पर ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला इस खाई को पाटना चाहता है।
अपनी स्थापना के महज अठारह महीनों के अंदर लगातार चार ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय मिशनों को पूरा करके एचआरयूएफ ने एक शानदार शुरुआत कर दी है। म्यांमार और बांग्लादेश के दो अंतर्राष्ट्रीय मिशनों पर अभी काम चल रहा है।
विशाल दफ्तुआर ने बताया कि इस बेबसाइट के डोनेट नाउ सेक्शन में जाकर लोग एचआरयूएफ की आर्थिक मदद कर सकते हैं।यूपीआइ आईडी humanrightsumbrellaf.62801849@hdfcbank
का भी उपयोग किया जा सकता है।प्रत्येक डोनेशन पर 80जी के तहत नियमानुसार इन्कम टैक्स में टैक्स छूट मिलेगा।
इस बेबसाइट पर जनशिकायत का भी एक चैप्टर होगा जहाँ पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मदद के लिये एचआरयूएफ से संपर्क कर सकते हैं।एचआरयूएफ के हेल्पलाइन नंबर 9835442759 पर व्हाट्सएप से भी अपनी शिकायत या समस्या भेज सकते हैं। सरकार और संबंधित संवैधानिक संस्थाओं से समन्वय स्थापित करके ह्यूमन राइट्स अम्ब्रेला इसकी त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने बताया कि लोगों को अपने मानवाधिकारों के साथ-साथ अपने मानव कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए।एचआरयूएफ का मूल मंत्र है- ह्यूमन राइट्स विथ ह्यूमन ड्यूटीज।