भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा कर दी है, और एमपी की औद्योगिक राजधानी इंदौर ने अपने स्वच्छता के नंबर वन के ताज को बरकरार रखा है. इस साल भी स्वच्छता सिटी सर्वे में इंदौर ने बाजी मार ली है. सरकार द्वारा जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है. इंदौर लगातार चौथी बार देश का सबसे स्वच्छ नगर बना है. वहीं, इस बार सबसे गंदा शहर बिहार की राजधानी पटना साबित हुआ है, जो रैकिंग में अंतिम 47वें नंबर पर है. यह रैंकिंग 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर की है जिनकी संख्या देश में 47 है.
घोषणा होते ही इंदौर नगर निगम के अधिकारी झूम उठे। इधर शहर भर में जश्न भी मनाया जा रहा है, क्योंकि इंदौर का यह कीर्तिमान भविष्य में भी कोई अन्य शहर नहीं तोड़ पाएगा. पूरे शहर में इसको लेकर उत्साह का माहौल है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए इंदौर वासियों, अधिकारियों और स्वच्छता योद्धाओं को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है. साथ ही उन्होंने नगर निगम के सफाईकर्मियों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया है, जो हर मौसम में शहर की सफाई में जुटे रहे.
केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज दिल्ली में स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2020 की घोषणा के साथ पुरस्कार भी वितरित किए. ‘स्वच्छ महोत्सव’ नाम के इस कार्यक्रम में कुल 129 शहरों को पुरस्कार प्रदान किए गए. सरकार की इस लिस्ट में तीसरा स्थान नवी मुंबई का हैं. प्राचीन पवित्र शहर वाराणसी गंगा नदी के किनारे बसा सबसे साफ शहर है. पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा में शहर का प्रतिनिधित्व करते हैं. स्वच्छता सिटी सर्वे में जहां पटना का स्कोर 1552.11 है. पूर्वी दिल्ली भी पटना से थोड़ा सा ऊपर है जिसका स्कोर 1962.31 है. सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का स्कोर 5647.56 है.