भारत का कौशल विकास और डिजिटलीकरण पर विशेष जोर, जानिए इसके बारे में

लोगों का जीवन अधिक सुगम तथा अर्थव्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए भारत कौशल विकास और डिजिटलीकरण पर विशेष फोकस रहा है। बढ़ती कुशल युवा शक्ति, हाई डिजिटल तकनीकी और विशाल घरेलू बाजार के कारण भारत दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। सोमवार को वाशिंगटन डीसी में स्प्रिंग मीटिंग-2023 के दौरान पीटरसन इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में एक कार्यक्रम के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बात कही। दरअसल केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण विश्व बैंक समूह और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की 2023 वसंत बैठकों और अन्य जी20 बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर हैं।

भारत की G20 अध्यक्षता में ऋण संबंधी समस्याओं पर होगी चर्चा

भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। स्प्रिंग मीटिंग्स 2023 के मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि G20 में भारत को सभी देशों को एक साथ लाने का अवसर मिला है, ताकि मध्यम और निम्न आय वाले देशों की ऋण संबंधी समस्या को सुलझाया जा सके। वहीं भारत की G20 अध्यक्षता में ऋण संबंधी समस्याओं पर चर्चा होगी और इससे निपटने की जानकारियों को साझा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुपक्षीय संस्‍थाएं कर्ज के बोझ से लदे देशों को तीन से पांच वर्ष में राहत देने का प्रस्ताव लेकर आ रही हैं।

वित्त मंत्री ने अपने संबंधित समकक्षों से की मुलाकात

दरअसल अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. में स्प्रिंग मीटिंग्स 2023 चल रही है, इसमें भारत की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हिस्सा ले रही है। इस मौके पर वित्त मंत्री ने अपने समकालीन कई विदेशी मंत्रियों से मुलाकात की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्व बैंक-आईएमएफ स्प्रिंग मीटिंग्स 2023 के मौके पर मलावी गणराज्य के वित्त और आर्थिक मामलों के मंत्री सोस्टेन ग्वेंगवे से मुलाकात की। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में एक समारोह को भी संबोधित किया। वित्त मंत्री ने भारत के मजबूत डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स और अकाउंट एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म के बारे में भी बताया, जिसने छोटे उद्यमियों को क्रेडिट और अन्य डिजिटल सेवाओं तक पहुंचने में सक्षम बनाया है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में “रेजिलिएंस ऑफ द इंडियन इकोनॉमी अमिड्स्ट टाइटनिंग ऑफ फाइनेंशियल कंडीशंस” पर डॉ Adam Posen के साथ भी बातचीत की।

भारत के नीति विकल्पों और शासन सुधारों पर जोर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वाशिंगटन डीसी में भारतीय उद्योग परिसंघ और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल द्वारा सह-मेजबान ‘इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज फॉर द लाँग टर्म: इंडिया ऑन द राइज’ विषय पर एक गोलमेज बैठक में भाग लिया। इस दौरान वित्त मंत्री ने भारत की जागरूक नीति विकल्पों और शासन सुधारों की की यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारत और अमेरिका के बीच निरंतर सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया।

भारत में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का योगदान

वित्त मंत्री ने बताया है कि कैसे भारत के मजबूत डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI), जैसे कि ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) और अकाउंट एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म ने छोटे उद्यमियों को क्रेडिट और अन्य डिजिटल सेवाओं तक पहुंचने में सक्षम बनाया है। वित्त मंत्री ने प्रतिभागियों से अधिक समृद्धि, अपने नागरिकों के लिए बेहतर जीवन स्तर और निवेशकों के लिए उच्च रिटर्न की दिशा में भारत की परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने का आह्वान किया।

गौरतलब है कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) डिजिटल पहचान, (digital identity) भुगतान अवसंरचना (payment infrastructure) और डेटा विनिमय समाधान (data exchange solution) जैसे ब्लॉक या प्लेटफाॅर्म को संदर्भित करता है जो देशों को अपने लोगों को आवश्यक सेवाएँ प्रदान करने, नागरिकों को सशक्त बनाने और डिजिटल समावेशन (digital inclusion) को सक्षम करके जीवन में सुधार करने में मदद करता है।

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