कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को अपने नए कैबिनेट का ऐलान किया। इस दौरान भारतीय मूल की अनिता आनंद को कनाडा की नई रक्षा मंत्री के बतौर नियुक्त किया गया। उन्होंने हरजीत सज्जन की जगह ली है। वहीं सज्जन अब अंतरराष्ट्रीय मामलों के मंत्री बनाए गए हैं।
कनाडाई प्रधानमंत्री ने किया मंत्रिमंडल में फेरबदल
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने अपनी लिबरल पार्टी के सत्ता में वापस आने के एक महीने बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। आनंद लम्बे समय तक रक्षा मंत्री रहे भारतीय मूल के हरजीत सज्जन का स्थान लेंगी जो सैन्य दुष्कर्म मामले से निपटने को लेकर आलोचनाओं के घेरे में हैं।
कनाडा के नए मंत्रिमंडल में महिला सदस्यों की संतुलित भागीदारी
नए मंत्रिमंडल में महिला सदस्यों की संतुलित भागीदारी है। अनिता आनंद लंबे समय तक कंपनी अधिवक्ता रही हैं। भंग किए गए मंत्रिमंडल में शामिल भारतीय मूल के मंत्री हरजीत सज्जन, अनिता आनंद और बार्दिश छग्गड़ पिछले महीने हुए संसदीय चुनाव में जीतकर आए हैं।
भारतीय-कनाडाई महिला मंत्रियों की संख्या हुई तीन
इसके अलावा भारतीय-कनाडाई महिला कमल खेड़ा को वरिष्ठ नागरिकों के लिए मंत्री के तौर पर नियुक्त किया गया है। वे ब्रैम्पटन वेस्ट से 32 वर्षीय सांसद हैं। इसके साथ ही ट्रूडो कैबिनेट में भारतीय-कनाडाई महिला मंत्रियों की संख्या तीन हो गई है। नए मंत्रिमंडल में छह महिला मंत्रियों में दो भारतीय-कनाडाई महिलाएं शामिल हैं।
इन उपलब्धियों के बलबूते मिला अनिता को यह मुकाम
टोरंटो विश्वविद्यालय में अनिता कानून की प्रोफेसर हैं। टोरंटो के करीब ओकविले से सांसद निर्वाचित होने के बाद साल 2019 में उन्हें प्रधानमंत्री ट्रूडो ने सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री की जिम्मेदारी दी थी।
ग्रामीण इलाके नोवा स्कोटिया में जन्मी और पली-बढ़ी अनिता 1985 में ओंटारियो चली आईं। यहां उन्होंने ओकविले समुदाय में बच्चों के लिए लाइटहाउस प्रोग्राम के निदेशक मंडल, ओकविले हॉस्पिटल फाउंडेशन और ओकविले हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन इंक के साथ काम करना शुरू कर दिया।
अपने जीवन में अभी तक अनिता आनंद ने विद्वान, वकील और शोधकर्ता के रूप में कार्य किया है। टोरंटो विश्वविद्यालय में बतौर ला प्रोफेसर उन्होंने निवेशक संरक्षण और कॉर्पोरेट शासन में जेआर किम्बर चेयर का आयोजन किया। उन्होंने एसोसिएट डीन के रूप में भी कार्य किया और मैसी कॉलेज के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य और कैपिटल मार्केट्स रिसर्च इंस्टीट्यूट, रोटमैन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में नीति और अनुसंधान निदेशक भी रही। उन्होंने येल लॉ स्कूल, क्वीन्स यूनिवर्सिटी और वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में भी कानून पढ़ाया है।
इसके अलावा अनिता आनंद ने वित्तीय बाजारों, कॉर्पोरेट प्रशासन और शेयरधारक अधिकारों के विनियमन पर व्यापक शोध किया है। इन विषयों पर चर्चा के लिए भी वे मीडिया में नियमित रूप से बनी रही हैं। 2015 में, उन्हें वित्तीय सलाहकार और वित्तीय योजना नीति विकल्पों पर विचार करने के लिए ओंटारियो की विशेषज्ञ समिति की सरकार में नियुक्त किया गया था। ओंटारियो की पंचवर्षीय समीक्षा समिति और कनाडा में प्रतिभूति कानून के आधुनिकीकरण के लिए कार्य बल के लिए शोध किया है। वर्ष 2019 में रॉयल सोसाइटी ऑफ कनाडा ने उन्हें निजी और सार्वजनिक संगठनों से संबंधित शासन में उत्कृष्ट योगदान के लिए यवन अलेयर मेडल से भी सम्मानित किया।
अनिता आनंद ने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से राजनीतिक अध्ययन में कला स्नातक (ऑनर्स), ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से न्यायशास्त्र में कला स्नातक (ऑनर्स), डलहौजी विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और टोरंटो विश्वविद्यालय से कानून में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।