इंडियन एयरफोर्स का आज 88वां स्थापना दिवस है। वर्ष 1932 में इंडियन एयरफोर्स के कयाम के मौके पर हर साल एयर फोर्स डे मनाया जाता है। प्रोग्राम में इस बार कुल 56 एयरक्राफ्ट हिस्सा लीया। एयरफोर्स के बेड़े में आज राफेल को शामिल किया गया। राफेल के अलावा वायुसेना के कई दूसरी लड़ाकू तय्यारे तेजस, शिनूक ने भी अपनी ताकत दिखाई। नई खोज करो, एकता में रहो और दुश्मन को भयभीत कर दो। इस ध्येय के साथ वायुसेना दिवस समारोह की फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में जवानों ने जमीन से आसमान तक अपना पराक्रम दिखाया।
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख वायुसेना दिवस समारोह में मौजूद रहे। वायुसेना के आनरेरी ग्रुप कैप्टन व पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी समारोह में पहुंचे। कदमताल करते हुए वायुसैनिकों ने ‘सारे जहां से अच्छा गीत गाया’ तो इसकी गूंज पूरे हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में सुनाई दी। वहीं, आकाश में राफेल, तेजस, सुखोई और अन्य लड़ाकू विमानों की दहाड़ ने पूरे विश्व को भारतीय वायुसेना के अदम्य साहस से परिचित करवाया।
एयर शो की शुरुआत चिनूक हेलीकाप्टरों की उड़ान के साथ हुई। एक हेलीकाप्टर कंटेनर और दूसरा एक तोप ले जाता दिखाई दिया। इसके बाद तीन सी-130जे विमानों ने हरक्युलिस फार्मेशन बनाते हुए मार्च पास्ट किया। फिर एक ग्लोबमास्टर और चार सुखोई विमानों ने मार्च पास्ट किया। पांच सुखोई विमानों ने विक्ट्री फार्मेशन बनाते हुए सबको रोमांचित कर दिया। वहीं अपाचे हेलीकाप्टरों ने भी मार्च पास्ट कर लोगों को सलामी दी। रिहर्सल के दौरान राफेल, तेजस और सुखोई-30 एमकेआइ विमान एक साथ आसमान में कलाबाजियां करते दिखाई दिए। राफेल और तेजस के आते ही लोगों ने शोर मचाकर उनका स्वागत किया।
हर साल करीब 17 हजार लोग एयरफोर्स डे समारोह व रिहर्सल देखने के लिए आते थे। कोरोना महामारी के चलते महज तीन हजार लोगों को ही समारोह में आने की इजाजत दी गई। ये सभी वायुसैनिकों के परिवार के सदस्य और वीआइपी थे। रिहर्सल के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करवाने के लिए कुर्सियां दूर-दूर लगाई गई थीं। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश के कई दिग्गजों ने वायु योद्धाओं को बधाई दी।