भारत और ब्रिटेन ने भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए पहले दौर की वार्ता संपन्न की। वर्चुअल तरीके से लगभग दो सप्ताह से अधिक समय तक चली पहले दौर की वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि कोविड वैश्विक महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद इसे आगे बढ़या जा सकता है।
26 नीतिगत क्षेत्रों पर विशेष जोर
पहले दौर की वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के तकनीकी विशेषज्ञ 32 अलग-अलग सत्रों में चर्चा के लिए एक साथ आए। इसमें 26 नीतिगत क्षेत्रों को कवर किया गया जिनमें वस्तुओं का व्यापार, वित्तीय सेवा एवं दूरसंचार सहित सेवाओं में व्यापार, निवेश, बौद्धिक संपदा, सीमा शुल्क एवं व्यापार सुविधा, स्वच्छता एवं सइकोसैनिटरी उपाय, व्यापार में तकनीकी बाधाएं, प्रतिस्पर्धा, लिंग, सरकारी खरीद, एसएमई, स्थिरता, पारदर्शिता, व्यापार एवं विकास, भौगोलिक संकेतक और डिजिटल शामिल हैं।
व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
वार्ता काफी उपयोगी रही और वह दुनिया की 5वीं एवं 6वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक सौदे के लिए हमारी साझा लक्ष्यों को दर्शाती है। पहले दौर में सकारात्मक चर्चा ने भारत और ब्रिटेन के बीच कुशल प्रगति के लिए आधार तैयार किया है।
7 से 18 मार्च 2022 को दूसरे दौर की वार्ता
दूसरे दौर की वार्ता 7 से 18 मार्च 2022 के दौरान निर्धारित है। दोनों पक्ष 2022 के अंत तक वार्ता समाप्त करने और एक व्यापक समझौता सुनिश्चित करने संबंधी साझा लक्ष्य पर बरकरार हैं। मुख्य वार्ताकार अंतरिम समझौते के फायदों पर गौर करना जारी रखेंगे।