IMPPA के अध्यक्ष अभय सिन्हा ने ‘गुजरात सिनेमैटिक टूरिज्म पॉलिसी’ बनाने के लिए गुजरात सरकार के प्रति आभार जताया और कहा कि ‘गुजरात सिनेमैटिक टूरिज्म पॉलिसी’ लागू करने का फैसला यहाँ के फिल्म निर्माताओं के हक में स्वागत योग्य है। इस फैसले से यहाँ फिल्म निर्माताओं को काफी सहूलियत होगी और यहाँ फिल्मों का कल्चर और भी समृद्ध होगा। उन्होंने कहा कि IMPPA गुजरात सरकार से इसकी मांग लंबे समय से कर रही थी, जो अब जाकर पूरी हुई है। इसके लिए सम्पूर्ण फिल्म जगत सरकार के इस फैसले का स्वागत और सम्मान करती है।
अभय सिन्हा ने कहा कि इसके लिए IMPPA ने गुजरात के मौजूदा सरकार को कई पत्र भी लिखे थे। गुजरात के फिल्म निर्माताओं को सिनेमैटिक टूरिज्म पॉलिसी का लाभ मिले और वहाँ सिनेमा का और विकास हो, इसको लेकर IMPPA ने सरकार को अभ्यावेदन भी दिया था। उन्होंने बताया कि फिल्म नीति की घोषणा गुजरात के मुख्यमंत्री ने 10 सितंबर 2022 को अहमदाबाद में एक समारोह में की थी, जहां IMPPA के एक प्रतिनिधिमंडल में उनके साथ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक पंडित, संयुक्त सचिव अतुल पटेल, FMC महासचिव निशांत उज्जवल, IMPPA शामिल थे। मौके पर कोषाध्यक्ष बाबूभाई थिबा और IMPPA के कमेटी सदस्य हरसुख पटेल, घनश्याम तलवीय, जगदीश बरिया, भरत पटेल और अन्य निर्माता भी मौजूद रहे, जिन्हें गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया।
अभय सिन्हा ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि IMPPA द्वारा किए गए विभिन्न सुझावों और जोरदार प्रयासों के कारण गुजराती फिल्म नीति समाप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि अब नई नीति बनी है। हम सभी सदस्यों के लिए इस नीति के तहत प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने का आग्रह करेंगे।