बिहार में युवा शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सात निश्चय पार्ट 2 का कार्यान्वयन

पटना। राज्यपाल के संयुक्त संबोधन के बाद बिहार विधान परिषद में संबोधन कर रहे सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि समाधान यात्रा के दौरान सूबे के विभिन्न गांव गलियों में जाकर मुख्यमंत्री द्वारा जनता से सीधा साक्षात्कार किया गया है।

इस क्रम में जनसमस्याओं को संज्ञान में लेकर इनके निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई करने का निदेश दिया जाना सकारात्मक पहल है। श्री ठाकुर ने कहा कि बिहार में युवाशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा सात निश्चय पार्ट 2 का कार्यान्वयन किया जा रहा है। बेरोजगारों को कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराना, उद्यमी योजना के तहत स्वरोजगार एवं उद्योग के लिए धन मुहैया कराना, रियायती दर पर भूमि एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराना सरकार की नई प्राथमिकताएं हैं। खिलाडियों को प्रशिक्षण एवं सुविधाएं प्रदान करने के लिए सभी प्रखंडों में स्टेडियम का निर्माण, साफ. सफ ाई एवं अनुरक्षण के कार्य कराए जा रहे हैं।

वहीं फि ल्म निर्माण की प्रक्रिया में बिहार की मनोहारी प्राकृतिक संपदा के विजुअल स्कोप को देखते हुए यहां की पहाडियों एवं अन्य दार्शनिक व प्राकृतिक स्थलों का चयन किया जा रहा है। इसे पर्यटन एवं लोक कलाकारों हेतु रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत कृषि के आधुनिकीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही उत्पादों की मार्केटिंग, ब्रॉडिंग, कृषि बाजार के विकास, गुणवत्तापूर्ण बीज की उपलब्धता, फ सलों के विविधीकरण, पशु नस्ल में सुधार एवं कृषि उत्पादों के निर्यात पर बल दिया जाना स्वागतयोग्य है। राज्य के 13 जिलों में जैविक कोरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। राज्य सरकार ने 17 प्रतिशत हरित आवरण प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित कर देश दुनिया को संदेश दिया है कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वह बढ़. चढ़कर कार्य कर रही है। समाज के कमजोर वर्ग के लिए, विशेष रूप से अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग को त्वरित न्याय दिलाने के लिए अपराध के साठ दिनों के अंदर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल करवाकर अपराधियों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल करवाना सरकार का लक्ष्य है।

राज्य में इमर्जेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम ईआरएसएस के तहत डायल112 योजना के प्रथम चरण में किए गए कार्य काफ ी संतोषजनक माने गए हैं। पश्चिम चम्पारण जिलान्तर्गत थरूहट विकास योजना के तहत चलाए जा रहे है। कार्यक्रमों के कारण सुदूर क्षेत्रों में बसनेवाले आदिवासियों का सीधा जुड़ाव सरकारी योजनाओं से हुआ है। महिलाओं के आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तीकरण में जीविका की भूमिका प्रशंसनीय है। राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों के अंत:वासी मरीजों के वस्त्रों की आपूर्ति, अस्पताल भवनों एवं परिसर की साफ. सफ ाई एवं वस्त्रों की धुलाई सेवा जीविका को दिए जाने के संबंध में की गई घोषणा से महिलाओं में एक नवीन उल्लास का संचार हुआ है। राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छात्र छात्राओं को कम्प्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रति विद्यालय एक कम्प्यूटर शिक्षक की सेवा उपलब्ध कराया जाना कम्प्यूटर शिक्षा से बच्चों को जोडऩे में अत्यंत ही कारगर कदम साबित होगा।

श्वेता

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