नई दिल्ली: आज भारतीय सेना अपना 73वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने कहा कि आप सभी उत्तरी सीमाओं पर चीन के साथ चल रहे तनाव से अवगत हैं। सीमाओं पर एकतरफा स्थिति बदलने की साजिश को लेकर जोरदार जवाब दिया गया। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि गलवन के बहादुरों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हम चर्चा और राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से अपने विवादों का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए।’
सेना प्रमुख जनरल नरवाने यह भी कहा कि पिछले साल, एलओसी के पास और आतंकवाद-रोधी अभियानों में सेना ने 200 से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया। लगभग 300-400 आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए सीमा के पास प्रशिक्षण शिविरों में बैठे हैं। पिछले वर्ष संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पाकिस्तान के नापाक इरादों को दर्शाता है।
सेना प्रमुख जनरल नरवाने ने अपने संबोधन में कहा कि सेना अपने आधुनिकीकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।आपातकालीन और फास्ट-ट्रैक योजनाओं के तहत, सेना ने लगभग 5,000 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे और पिछले साल पूंजीगत खरीद के तहत 13,000 करोड़ रुपये के अनुबंध किए।
इससे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने, भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान सेना प्रमुख ने करियप्पा ग्राउंड में परेड का निरीक्षण किया।
पांच जवानों को मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया-
सेना दिवस परेड 2021 के दौरान सेना के पांच जवानों ने विभिन्न ऑपरेशन में वीरता दिखाने के लिए मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया। 10 पैरा स्पेशल फोर्सेस यूनिट के नाइक संदीप को जम्मू – कश्मीर में दो आतंकवादियों को मारने और अपने स्क्वाड कमांडर की जान बचाने के लिए मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया।