दिव्यांग बच्चों की पीड़ा मैं बहुत अच्छी तरह समझता हूं: राज्यपाल

पटना,संवाददाता। महामहिम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर द्वारा राजभवन में महिला इमदाद कमेटी, राजभवन द्वारा आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों सहित अन्य बच्चों को पुरस्कार, सम्मान और तो तोहफा वितरित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्र गान से हुई।

इसके बाद दीप प्रज्वलित किया गया। इसके पहले महिला इमदाद कमेटी की उपाध्यक्ष ममता मेहरोत्रा ने महामहिम राज्यपाल को बूके देकर स्वागत किया। राज्यपाल के प्रधान सचिव श्री रॉबर्ट एल. चोंग्थू और कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों का भी स्वागत किया गया।

अपने संबोधन में राज्यपाल राजेन्द्र विशवनाथ आर्लेकर ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को पुरसकार और सम्मान देकर मुझे गौरव महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे बच्चों की पीड़ा समझता हूं। मैं और मेरी पत्नी मिलकर ऐसे ही दिव्यांग बच्चों के लिए स्कूल चलाते रहे हैं। मेरी पत्नी तो आज भी गोवा में उस स्कूल को चला रही हैं।

महामहिम ने महिला इमदाद कमेटी से कहा कि अपने काम का दायरा और क्षेत्र को विस्तार दें। पटना से बाहर निकल कर संपूर्ण बिहार में काम करें। इसके लिए राजभवन से जो भी सहयोग चाहिए उनको मिलेगा इस नेक कार्य में राजभवन महिला इमदाद कमेटी के साथ है।
कार्यक्रम की शुरुआत में अंतर ज्योति विद्यालय की दृष्टिहीन छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में अंतरज्योति विद्यालय, आशादीप विद्यालय, चिंतामणी विद्यालय सहित कई विद्यालय से बच्चे आए हुए थे। इसके अतिरिक्त ममता मेहरोत्रा द्वारा मेनस्ट्रीम से जोड़ने के लिए जिन बच्चों के साथ प्रयास किये जा रहे हैं उनमें से कुमार प्रखर, दिव्यांश और आयुषमान भी उपस्थित थे।

पुरस्कार, सम्मान और सहयोग के रूप में एलईडी टीवी, सिलाई मशीन, म्यूजिकल इंस्ट्रुमेंट, सुनने की मशीन, स्कूली बैग, बक्सा और पुस्तक जैसी चीजें दी गई।
कार्यक्रम का समापन महिला इमदाद कमेटी की उपाध्यक्ष आशा सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

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