।।आप सभी का मंगल हो।।
दिनाँक 31/10/2020 दिन शनिवार का पञ्चाङ्ग
विक्रम संवत:-2077 (प्रमादी नामक)
शक संवत:-1942
सूर्य:-दक्षिणायन
सूर्योदय:-प्रातः06:27
सूर्यास्त:-शायं 05:33
ऋतु:-शरद
माह:-आश्विन
पक्ष:-शुक्ल
तिथि:-पूर्णिमा
नक्षत्र:-आश्विन
योग:-सिद्धि
करण:-बव
शुभमुहूर्त:-प्रातः07:55से 09:18 तक
राहूकाल:-प्रातः09:00 से 10:30 तक
दिशाशूल:-पूर्व
शुभदिशा:-पश्चिम
दिशाशूल बचाव:-शनिवार को उड़द, अदरक या काला तिल खा कर ही गृह त्याग करें।
।।आज का राशिफल।।
- मेष:-आज आपको ऑफिस या कार्य व्यवसाय में आपके सहयोगी टीमवर्क में आपका सहयोग करेंगे। काफी समय से चले आ रहे कानूनी विवाद और झगड़े आपके प्रयाश से आज लगभग समाप्त हो सकेंगे। अच्छे लोग आपको प्रेरणा देंगे। इससे आपका मन प्रसन्न हो सकेगा। व्यवसाय में लाभ के योग बन रहे हैं।
राशिरत्न:-मूँगा - वृष:-आज आप पूरे उत्साह से जो भी काम करेंगे उसमें निश्चित रूप से कामयाबी मिलेगी। दोपहर बाद सभी काम बनते नज़र आएंगे। पुराने समय से रुका हुआ पैसा मिल सकता है। बिजनस के मामले में कोई डील करने से पहले जांच पड़ताल करना जरूरी है।यात्रा से समुचित लाभ संभव है।
राशिरत्न:-हीरा, या ओपल - मिथुन:-आज फाइनेंस से जुड़े फैसले आप आसानी से ले सकेंगे। घर में किसी शुभ कार्य की बातचीत हो सकती है। पुराने मित्रों से भेंट हो सकेगी। शाम के समय व्यापार में तेजी आएगी।
कोई बड़ी समस्या का निदान भी होना संभव हो सकता है।
राशिरत्न:-पन्ना - कर्क:-आज आपका मन आध्यात्म और धार्मिक कार्यों की ओर आकर्षित रहेगा। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा का प्लान बन सकता है। किसी बौद्धिक काम में आपको कामयाबी मिल सकती है। मित्रों से नई डील आपकी शर्तों पर फाइनल हो सकती है। किसी व्यक्ति के गवाही से बचें, यात्रा से लाभ मिलेगा।
राशिरत्न:-मोती - सिंह:-आज आपको जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा।प्रमोशन या वेतनवृद्धि की भी चर्चा हो सकती है। घर के छोटे सदस्यों को समय देना बहुत जरूरी हो जाएगा। शैक्षिक कार्यों में सफलता तय हैं।
व्यापर वृद्धि के प्रबल योग बन सकतें हैं।
राशिरत्न:-माणिक्य - कन्या:-आज सृजनात्मक कार्यों में आपकी रूचि भरपूर रहेगीं। इधर-उधर की बातों के बजाये अपनी व्यवसाय को आगे बढ़ाने के बारे में सोचेंगे। धन की समस्या आएगी लेकिन शाम तक टल भी जाएगी।किसी गरीब की मदद से आप अपने को प्रसन्नचित्त अनुभव करेंगे।यात्रा से मध्यम लाभ।
राशिरत्न:-पन्ना - तुला:-आज घर में सभी लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मनऔर मस्तिष्क के संतुलन से सफलता मिलेगी। कगजी कार्यों में लिखा-पढ़ी बढ़ सकती है। सरकारी कार्यों में असफलता का सामना करना पड़ सकता है।यात्रा से उत्तम लाभ संभव है।
राशिरत्न:-हीरा,या ओपल - वृश्चिक:-आज आपको अपने विचारों को अमल में लाने का मौका मिलेगा। राजनीति में रूचि बढ़ेगी। किसी खास शख्स के कारण शाम के समय थोड़ी जेब ढीली हो सकती है। लेकिन हर बार पैसे का फायदा-नुकसान देखने की बजाए रिश्तों की मजबूती को देखना ज्यादा फायदेमंद साबित होगा। पारिवारिक वातावरण उत्तम रहेगा।भूमि लाभ संभव है।
राशिरत्न:- मूँगा - धनु:-आज ऑफिस में आज आपको बहुत काम करना पड़ सकता है। भाग- दौड़ करने के बाद उसका फायदा जरूर मिलेगा। अपनी प्रतिभा पर भरोसा रखें और यह याद रखें कि कुछ कर दिखाने के लिए ज्यादा तामझाम की जरूरत नहीं होती।व्यापार में यथेक्ष लाभ संभव है। भाई या बहन से तनाव भी संभव है।
राशिरत्न:-पुखराज - मकर:-आज घर के रोजमर्रा के काम निपटाने में दिन का अधिकांश हिस्सा निकल जाएगा लेकिन काम करने से काफी संतुष्टि मिलेगी। याद रखिए संतुष्टि पाना सबसे बड़ी उपलब्धि है। कानूनी कागजातों पर दस्तखत करने से पहले सावधानी के तौर पर उन्हें पढ़ लेना जरूरी होगा।
राशिरत्न:-नीलम - कुंभ:-आज सुबह से ही आपको किसी शुभ समाचार का इंतजार रहेगा। शाम तक यह इंतजार पूरा होने के योग है। आस-पास की यात्रा करनी पड़ सकती है। नए लोगों से मेल-जोल बढ़ाना आपके लिए फायदेमंद होगा। कार्यक्षेत्र में भी आपका सम्मान होगा।धन वृद्धि संभव है।
राशिरत्न:-नीलम - मीन:-आज दिन धीमी गति से शुरू होगा। सुबह आप जिन बातों को लेकर थोड़े परेशान रहेंगे, दोपहर में वही आपको खुशी देगी। ऑफिस में अपनी जगह बनाने के लिए सूझ-बूझ से काम लेना होगा। बौद्धिक कार्यों के परिणाम शाम तक मिलने लगेंगे। किसी नये कार्य को कुछ समय के लिए टाल दें। सेहत का ध्यान रखें।
राशिरत्न:-पुखराज
।। विशेष।।
आज स्नान दान व व्रत की शरद पूर्णिमा है।
आज महर्षि वाल्मीकि जयन्ती महालक्ष्मी पूजन व नवान्न ग्रहण शुभ मुहूर्त है।
आज ही के दिन परमात्मा श्री कृष्ण ने वेदस्वरूप गोपीयों के महारास किया है। आज स्यमन्तक मणि की कथा से समस्त कलंक का प्रशमन होता है।
आज श्री धाम श्री अयोध्या श्री वृंदावन समस्त जगहों पर रात्रीजागण कर भगवन्नाम संकीर्तन करते हैं।
।।वास्तु का ग्रहों से संबंध व हमारे जीवन पर प्रभाव।।
जिस भवन का प्रवेश द्वार ईशान कोंण या दिशा में होता है, उस भवन पर गुरु बृहस्पति का स्वामित्व रहता है।गुरु के प्रभाव से गृह स्वामी स्वभाव से उदार, धार्मिक,दयालु, तथा विचार शील स्वभाव का होता है। ये प्रायः पवित्र व सात्विक भोजन ही ग्रहण करते हैं।
।।इति शुभम्।।
आचार्य स्वामी विवेकानन्द जी
ज्योतिर्विद, वास्तुविद व सरस् श्री राम कथा श्रीमद्भागवत कथा व्यास ।
श्रीधाम श्री अयोध्या जी
परामर्श हेतुआचार्य श्री से संपर्क करने का समय प्रातः09:00 से शायं 04:00 बजे तक।
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