पटना : बिहार की धरती ऐतिहासिक है। यह धरती देश की दिशा और दशा तय करती है। ऐसी पवित्र धरती पर भारतीय मजदूर संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन होना गर्व की बात है। श्रमिक आंदोलन की दृष्टिकोण से यह अधिवेशन यादगार होगा।
उपर्युक्त बातें भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्मय पण्ड्या ने रविवार को कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही।
स्थानीय जीपीओ स्थित सभाकक्ष में अप्रैल, 2023 में पटना में प्रस्तावित बीएमएस के राष्ट्रीय अधिवेशन एवं 17 नवम्बर, 2022 को दिल्ली में निजीकरण के खिलाफ प्रस्तावित महारैली के निमित्त भारतीय मजदूर संघ के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पण्ड्या ने कहा है कि संख्या और गुणवत्ता में भारतीय मजदूर संघ देश का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन है। कार्यकर्ताओं के त्याग-तपस्या और बलिदान के बूते 07 से 09 अप्रैल, 2023 को प्रस्तावित त्रैवार्षिक अधिवेशन ऐतिहासिक होगा।
भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गणेश मिश्रा ने कहा है कि त्रैवार्षिक अधिवेशन के उद्धाटन तिथि को श्रमिकों की रैली होगी, जिसमें प्रत्येक जिलों के श्रमिकों की भागीदारी होगी।
बैठक की अध्यक्षता भारतीय मजदूर संघ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार लाल ने की, जबकि संचालन प्रदेश महामंत्री संजय कुमार सिन्हा ने किया। इस अवसर पर बीएमएस के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सुरेश प्रसाद सिन्हा, प्रदेश मंत्री अशोक कुमार, विनोद कुमार, राकेश कुमार भारती व मुरारी प्रसाद, प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कुमार आदि सहित विभिन्न संघों के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।