हिमाचल प्रदेश: सेना की मदद से लाहौल स्पीति प्रशासन ने रेस्‍क्‍यू किए 226 पर्यटक

लाहौल स्पीति प्रशासन का रेस्क्यू ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्‍न हो गया है। गत शनिवार व रविवार को हुई भारी बर्फबारी के चलते छतड़ू, बातल, सरचू, शिंकुला, घेपन झील और समदो में जगह-जगह पर्यटक फंस गए थे। जिसके बाद भारतीय सेना इन पर्यटकों के लिए मददगार साबित हुई। भारतीय सेना ने इन सभी पर्यटकों को न सिर्फ सुरक्षित रूप से बाहर निकाला, बल्कि उनके लिए खाने पीने का भी इंतजाम किया और उनके स्‍वजनों से उनकी बात भी करवाई। प्रशासन ने भारतीय सेना की मदद से यह रेस्क्यू अभियान चलाया जिसमें करीब 226 लोगों को रेस्क्यू किया गया। इस मामले में लाहौल स्पीति प्रशासन ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन न करने के चलते पर्यटकों को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ा।

जानकारी के लिए बता दें इससे पूर्व तीन सप्ताह पहले आईटीबीपी ने 11 सदस्यीय ट्रैकिंग दल को सुरक्षित बचाया था। यह टीम 18,000 फिट की ऊंचाई पर फंसी हुई थी।

क्या था पूरा मामला?

जानकारी के लिए बता दें कि लाहौल स्पीति प्रशासन ने मौसम के पूर्वानुमान को गंभीरता से लेते हुए पूर्व में एक अधिसूचना जारी करते हुए पर्यटकों को लेह, जांस्कर व काजा और इसके निकटतम मार्ग पर सफर न करने की सलाह दी थी। प्रशासन की सलाह को जिन पर्यटकों व लोगों ने नहीं माना वो बर्फबारी के कारण दिक्कत में पड़ गए।

प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें पर्यटक

लाहुल स्पीति उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि जिला भर में बर्फबारी के चलते पर्यटक फंस गए थे। शिंकुला से नौ, घेपन झील से एक, छतड्डू से आठ, बातल से तीन व समदो से 205 पर्यटकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित उनके गन्तव्य तक पहुंचाया है। लेह से आ रहे कुछ पर्यटक सरचू में रुके हुए हैं। बारालाचा दर्रे के बहाल होते ही वो भी सुरक्षित निकल आएंगे। इस दौरान उपायुक्त ने लाहुल स्पीति आने वाले सैलानियों से आग्रह किया कि वो प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करें, ताकि दोबारा ऐसे हालात का सामना न करना पड़े।

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