पटना, ज्ञान गंगा कोचिंग सेंटर के निदेशक मोहित कुमार ने बताया कि आज के दिन मैं सबसे पहले अपने स्कूल-कॉलेज के सभी शिक्षकों को सलाम और नमन करता हूं। हमारी संस्कृति में गुरु का दर्जा माता-पिता के समान ही होता है। एक तरफ जहां माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं तो शिक्षक उनके जीवन को आकार देते हैं। शिक्षक हमेशा हमें गाइड करते है, प्रेरणा देते हैं और समाज में हमें एक अच्छा नागरिक बनाते हैं साथ ही कहा की हम अपने सभी विद्यार्थियों को यह वादा करते हैं की तुम लोग को हर क्षेत्र में मदद करने का शपथ भी लेता हूँ
कोचिंग सेंटर के पूर्व निदेशक सिंपी कुमारी ने बताया कि आज वैसे व्यक्ति का जन्मदिन है जो इस देश के दूसरे राष्ट्रपति रह चुके हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन उन्होंने बतौर शिक्षक 40 सालों से भी ज्यादा सेवा दी। उनके व सभी शिक्षकों के सम्मान में ये दिन सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन छात्र व छात्रा जीवन जी चुके लोग अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। साथ ही, कई रंगारंग और शैक्षणिक कार्यक्रमों का आयोजन होता हैं एवं कोचिंग सेंटर के मार्गदर्शक राम नरेश सर ने छात्रों को बताया कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के मुताबिक शिक्षक उन्हीं को बनना चाहिए जिनका दिमाग देश में सर्वश्रेष्ठ और प्रखर हो। वो कहते थे कि शिक्षक वह नहीं जो विद्यार्थी के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करे।
आधिकारिक तौर पर 5 सितंबर 1962 से भारत में शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत हुई। बता दें कि जब एक बार पूर्व राष्ट्रपति से सवाल किया गया कि वो अपना जन्मदिन किस तरह मनाना चाहते हैं तो इस पर उन्होंने कहा था कि अगर मेरे जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो उन्हें बेहद प्रसन्नता होगी। तब से प्रत्येक वर्ष इस दिन स्कूल व कॉलेजों में उत्सव का माहौल रहता है। इस मौके पर उपस्थित शिक्षकगण चिंटू वर्मा, पवन कुमार, सनोज राज, निशांत मिश्रा, राकेश कुमार, सुरज सिंह, रोहित राज ,नंदनी कुमारी ने भी अपने विचार रखे। साथ ही इस खुशी के मौके पर बड़े भईया ब्रजेश सिंह ,अक्षय सिंह एवं सैंकड़ो छात्र छात्रा उपस्थित थे