सरकार ने लॉन्च किया पीएम किसान मोबाइल ऐप, अब घर बैठे आसानी से कर सकते हैं e-KYC

भारत सरकार, किसानों के बड़े फायदे के लिए फेस ऑथेंटिकेशन फीचर से लैस PM-किसान मोबाइल ऐप लेकर आई है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को यह ऐप लांच किया है। गौरतलब हो, केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी व किसानों को आय सहायता के लिए लोकप्रिय योजना “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि” के अंतर्गत इस ऐप की लॉन्चिंग की गई है।

पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत ऐप की हुई लॉन्चिंग

ज्ञात हो, “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि” योजना का शुभारंभ ’24 फरवरी, 2019′ को भूमि धारक किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया था। इस योजना के अनुसार प्रत्यक्ष लाभ अंतरण यानी डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से देशभर के किसान परिवारों के बैंक खातों में हर चार महीने में तीन समान किस्तों में 6000/- रुपये प्रति वर्ष का वित्तीय लाभ हस्तांतरित किया जाता है। यह योजना शुरू में ऐसे छोटे और सीमांत किसानों (एसएमएफ) के लिए थी, जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की भूमि थी, लेकिन 01.06.2019 से योजना का दायरा सभी भूमि धारक किसानों को शामिल करने के लिए बढ़ा दिया गया था।

फेस ऑथेंटिकेशन फीचर से लैस

इस योजना की शुरुआत के बाद से, तकनीकी और प्रक्रिया प्रगति के कई सेट इस योजना में शामिल किए गए हैं ताकि अधिक से अधिक लाभार्थी प्रभावी तरीके से इसका फायदा ले सकें। इसी क्रम में फेस ऑथेंटिकेशन फीचर से लैस PM किसान मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है।

क्या काम करेगा ऐप ?

इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, भारत सरकार की बहुत ही व्यापक और महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके क्रियान्वयन में राज्य सरकारों ने काफी परिश्रमपूर्वक अपनी भूमिका का निर्वहन किया है। इसी का परिणाम है कि लगभग साढ़े 8 करोड़ किसानों को केवाईसी के बाद हम योजना की किस्त देने की स्थिति में आ गए हैं। यह प्लेटफॉर्म जितना परिमार्जित होगा, वह पीएम-किसान के काम तो आएगा ही, और किसानों को कभी भी-कोई लाभ देना हो, तब भी केंद्र व राज्य सरकारों के पास पूरा डेटा उपलब्ध होगा, जिससे कोई परेशानी खड़ी नहीं हो सकेगी।

घर बैठे कर सकते हैं e-KYC

आधुनिक टेक्नालॉजी का बेहतरीन उदाहरण बने इस ऐप से फेस ऑथेंटिकेशन फीचर का उपयोग कर किसान दूरदराज, घर बैठे भी आसानी से बिना ओटीपी या फिंगरप्रिंट के ही फेस स्कैन कर ई-केवाईसी पूरा कर सकता है और 100 अन्य किसानों को भी उनके घर पर ई-केवाईसी करने में मदद कर सकता हैं। भारत सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य रूप से पूरा करने की आवश्यकता समझते हुए, किसानों का ई-केवाईसी करने की क्षमता को राज्य सरकारों के अधिकारियों तक भी बढ़ाया है, जिससे हर एक अधिकारी 500 किसानों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूर्ण कर सकता है।

पीएम किसान ऐप में मिलेगी ये सुविधाएं

इस टेक्नालॉजी से कृषि क्षेत्र को लाभ हो रहा है और इस ऐप की नई सुविधा से भी किसानों को काफी सहूलियत होगी। उल्लेखनीय है कि पीएम-किसान सम्मान निधि  दुनिया की सबसे बड़ी डीबीटी योजनाओं में से एक है, जिसमें किसानों को आधार कार्ड से जुड़े बैंक खातों में 06 हजार रुपये सालाना राशि, तीन किस्तों में सीधे हस्तांतरित की जाती है। 2.42 लाख करोड़ रुपये, 11 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में शिफ्ट किए जा चुके हैं, जिनमें 03 करोड़ से अधिक महिलाएं हैं। पहली बार देखा गया है कि 8.1 करोड़ से अधिक किसानों को पीएम किसान की 13वीं किस्त का भुगतान सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में केवल आधार इनेबल्ड पेमेंट के जरिए सफलतापूर्वक किया गया, जो अपने-आप में एक कीर्तिमान है।

ऐप को कैसे कर सकते हैं डाउनलोड ?

फेस ऑथेंटिकेशन फीचर वाला पीएम किसान मोबाइल ऐप उपयोग में बहुत सरल है, गूगल प्ले स्टोर पर आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप किसानों को योजना व पीएम किसान खातों से संबंधित बहुत-सी महत्वपूर्ण जानकारी भी प्रदान करेगा। इसमें नो यूअर स्टेटस मॉड्यूल उपयोग कर किसान लैंडसीडिंग, आधार को बैंक खातों से जोड़ने व ई-केवाईसी का स्टेटस जान सकते हैं। विभाग ने लाभार्थियों के लिए उनके दरवाजे पर आधार से जुड़े बैंक खाते खोलने के लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) को भी शामिल किया है और सीएससी को राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की मदद से ग्राम-स्तरीय ई-केवाईसी शिविर आयोजित करने को कहा है।

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