जहानाबाद, 05 जून ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में कायस्थ समाज की विभूतियों पर आधारित स्थानीय राजेंद्र जिला पुस्तकालय में देश के प्रथम राष्ट्रपति भारतरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं जहानाबाद के शिक्षाविद प्रो डॉ सिद्धनाथ प्रसाद पर व्याख्यानमाला आयोजित किया।
ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद के द्वारा देश के कोने कोने में व्यख्यानमाला का आयोजन कायस्थ विभूतियों पर किया जा रहा है, इसी कड़ी में जीकेसी जहानाबाद इकाई के द्वारा देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद एवं शिक्षाविद प्रो डॉ सिद्धनाथ प्रसाद के जीवनी पर व्याख्यान किया गया।
इस व्यख्यान माला में जीकेसी के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के कई पदाधिकारी उपस्थित हुए । सर्व प्रथम सभी आगन्तुको ने स्थानीय ठाकुरबाड़ी स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर में श्री चित्रगुप्त जी महाराज का आरती मंगल करके आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके बाद राजेन्द्र पुस्तकालय में सभी आगन्तुक पदाधिकारियो को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ देकर स्वागत सम्मान किया गया, उसके बाद जिला अध्यक्ष बिंदुभूषण सिन्हा ने अध्यक्षीय भाषण दिया। कार्यक्रम में उपस्थित वक्ताओं नै कायस्थ विभूतियों के जीवनी पर प्रकाश डाला।
राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि राजेंद्र बाबू उच्च गुणवत्ता के व्यक्तित्व होने के बावजूद भी दयालु एवं मिलनसार थे। उनकी जीवनी पर जितना भी कहा जाए वह कम होग। उन्होंने कहा की हमारा समाज दिन पर दिन हासिये पर चला जा रहा है, राजनीतिक, समाजिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे है, जबकि मेरा समाज देश के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाया है, अब समय आ गया है कि हम एक होकर अपना अधिकार प्राप्त करे।
प्रदेश अध्यक्ष नम्रता आनंद ने बताया कि जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागनी रंजन का सपना है कि हमारे समाज की महिलाओं एवं युवाओ का भागीदारी बढ़े और वह और सशक्त हो, जिससे वे अपने पैरों पर खड़ा हो सके, और इसके लिए वह काफी सक्रिय है। “मैं बहुत जल्द जहानाबाद में इनके साथ बैठक करने वाली हूं।” वही जिलाध्यक्ष बिंदूभूषण सिन्हा, एवं रितेश सिन्हा, राखी वर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो डॉ सिद्धनाथ प्रसाद एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन दोनों का जीवन हमारे संघ समाज के लिए प्रेरणास्रोत है ।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार के प्रभारी दीपक कुमार अभिषेक ने कहा, स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख नेताओं में एक थे, जिन्होंने भारत की भूमि से ब्रिटिश हुकूमत को खदेड़ने में अहम भूमिका निभाई। शानदार शख्सियत वाले डॉ. प्रसाद बेहद प्रतिभाशाली, विद्वान, ओजस्वी वक्ता, अच्छे लेखक और निर्भीक नेता थे।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव संजय सिन्हा, संगठन मंत्री बलिराम जी, युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष नीलेश रंजन, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिवाकर कुमार वर्मा, युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव कुमार आर्यन, युवा पटना प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पीयूष श्रीवास्तव, मीडिया प्रकोष्ठ के महासचिव सह प्रवता मुकेश महान, कार्यालय सचिव प्रसून श्रीवास्तव, शैलेश कुमार ,संतोष श्रीवास्तव, चित्रगुप्त सेवा संघ के महासचिव रमेश कुमार सिन्हा, राखी वर्मा, विनीता सिन्हा, मनोज कुमार वर्मा, सुबोध कुमार अंबर, दिलीप सिन्हा, दिनानाथ सिन्हा, ओम प्रकाश सिन्हा, देवांशु सिन्हा,ऋषि, आयास श्रीवास्तव, उमेश कुमार कर्ण सिन्हा,चंदन भास्कर, सीएम सहाय, राजभूषण सिन्हा, अंजनी सिन्हा, ओम प्रकाश सिन्हा, के अलावे सैकड़ों कायस्थ उपस्थित थे । धन्यवाद ज्ञापन अधिवक्ता रितेश सिन्हा ने किया।
इसके बाद विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी आगन्तुको एवं स्थानीय चित्रांश बंधु ने वरीय पत्रकार सह समाजसेवी संतोष श्रीवास्तव के आवास पर बृक्षारोपण कार्यक्रम किया, जहाँ सभी ने दर्जनों फलदार बृक्ष लगाया।