नयी दिल्ली, 07 जुलाई ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ़्रेन्स (जीकेसी) ने यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम (पोश) के अपने पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। (जीकेसी) के यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम (पोश) के पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम को जीकेसी के कानूनी और कॉर्पोरेट सेल के ग्लोबल अध्यक्ष एडवोकेट श्री अवनीश श्रीवास्तव ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम को ग्लोबल अध्यक्ष डिजिटल-तकनीकी के ग्लोबल अध्यक्ष आनंद सिन्हा और ग्लोबल महासचिव सौरभ श्रीवास्तव ने संचालित किया।
अवनीश श्रीवास्तव ने यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम पर जीकेसी के 150 से अधिक सदस्यों को प्रशिक्षित किया और उन्होंने कहा कि पोश उन सभी संगठनों में लागू है जहां 10 से अधिक सदस्य या कर्मचारी काम कर रहे हैं। पोश का कार्यान्वयन और आंतरिक समिति का गठन अनिवार्य है।जीकेसी महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के बारे में जागरूकता फैलाने, जीकेसी सदस्यों के लिए विकास के अवसरों की तलाश करने के लिए काम करेगा।
जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि पोश महिलाओं को सशक्त बनाने का एक अवसर है और इस कानून को हर कार्यस्थल पर लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीकेसी महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि जीकेसी सभी कार्यस्थलों पर पोश को लागू करने के लिए सभी कदम उठाएगा। जीकेसी पॉश ट्रेनर बनाने के लिए कोर्स शुरू करेगा जिससे पूरे समाज में जागरूकता फैलाई जा सके।
जीकेसी की प्रबंध न्यासी और आंतरिक शिकायत समिति की अध्यक्ष श्रीमती रागिनी रंजन ने पोश पर प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वही जीकेसी की सीएफओ और जीकेसी की आंतरिक समिति की सदस्य श्रीमती निशिका रंजन ने कहा कि महिलाएं बेहद शक्तिशाली हैं और जीकेसी पोश पर जागरूकता का देशव्यापी आंदोलन पैदा करेगी।
जीकेसी की आंतरिक समिति सदस्य और बिहार अध्यक्ष डॉ. नम्रता आनंद ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को समान अवसर देने की बहुत आवश्यकता है। जीकेसी की आंतरिक समिति के सभी सदस्य सच्चे और निष्पक्ष न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।जीकेसी की आंतरिक समिति सदस्य महाराष्ट्र अध्यक्ष शिशिर सिन्हा ने कहा कि महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के लिय जीकेसी प्रतिबद्ध है।
जीकेसी ईसी कमेटी की बाहरी सदस्य और पंजीकृत एनजीओ पिंक एंड ब्लू की अध्यक्ष एडवोकेट रितु गोयल ने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगी कि सभी को न्याय सही और निष्पक्ष तरीके से दिया जाये। उन्होंने कहा कि जागरूकता घर से ही शुरू की जा सकती है और यदि हम अपने परिवार के सदस्यों को प्रशिक्षित करने में सक्षम हैं तो निश्चित रूप से हम अपने समाज को बदल सकते हैं।