किसी भी संगठन की मजबूती के लिए आवश्यक है सदस्यों के बीच संवाद स्थापित करना उनके बीच ताल – मेल बैठाना। उक्त विचार रखते हुए GKC मीडिया प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ कल्पना सक्सेना ने उन सभी सम्मानित सदस्यों का आभार माना जिन्होंने इतने कम समय में प्रदेश की पहली वर्चुअल मीटिंग को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आलोक श्रीवास्तव एवं प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी सदस्यों से परिचय करवाया साथ ही विचारों के आदान प्रदान से संगठन को मजबूती देने के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
जहां एक ओर ग्लोबल महासचिव अनुराग सक्सेना द्वारा सदस्यों की GKC से संबंधित कई जिज्ञासाओं का समाधान हुआ। वहीं ग्लोबल अध्यक्ष आदरणीय राजीव रंजन जी ने अपने ओजस्वी वाणी से सभी को ऊर्जान्वित करते हुए कहा कि कायस्थ समाज को विकास की धारा से जोड़ने के ज़रूरी उनको संख्याओं में गिना जाना। और ये तभी संभव है जबकि ब्लॉक स्तर तक ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस की सामाजिक और राजनैतिक गतिविधियों का प्रचार प्रसार हो।
वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस समाज को एक सूत्र में एकत्रित करने को संकल्पित है और इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रदेश में कई रचनात्मक और सामाजिक गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
संगठन प्रभारी पवन सक्सेना ने अपने विचार रखते हुए कहा कि सामाजिक समरसता और रचनात्मक कार्यों में कायस्थ समाज की पहुंच हो इसके लिए जमीनी स्तर पर काम करना अतिआवश्यक है।
प्रदेश उपाध्यक्ष पवन सिन्हा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रदेश के निष्क्रिय सदस्यों को सक्रिय करके संगठन के उद्देश्यों को जन जन तक पहुंचना चाहिए।
प्रदेश स्तर की इस मीटिंग में सर्व सम्मति ये महिला पदाधिकारियों का प्रस्ताव पारित किया गया जिसके अन्तर्गत संगठन को बढ़ावा देने के लिए महीने के 2nd और 4th शनिवार को वर्चुअल मीटिंग आयोजित की जाएगी। साथ ही प्रदेशव्यापी सदस्यता अभियान चलाने पर भी जोर दिया जाएगा।
उक्त अवसर पर आयोजित बैठक में छिंदवाड़ा से सूर्यकांत वर्मा, इंदौर से दीपक वर्मा, छतरपुर से मधु खरे एवं प्रीति श्रीवास्तव, भोपाल से मीना श्रीवास्तव, सतना से पंकज खरे, रत्ना निगम एवं पंकज श्रीवास्तव ने भी अपने सुझाव से अवगत कराते हुए संगठन के प्रति अपना विश्वास जताया।