
नोटबंदी के बाद सरकार के द्वारा कैशलेस कार्य करने हेतु विभिन्न माध्यमों से लोगो में जागरूकता लाने हेतु डिजिटल फाइनेंस की ट्रेनिंग कराई जा रही है | विभिन्न सरकारी विभागों के अलावे कई निजी और गैर सरकारी संस्थाओं ने भी डिजिटल फाइनेंस को बढ़ावा देने के उद्देश्य से व्यवसायियों और लोगो के बीच इसकी ट्रेनिंग और जागरूकता अभियान चला रही है |
देश के विभिन्न राज्यों में कंप्यूटर के ट्रेनिंग प्रदान करने वाली संस्थान ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (GIIT) ने भी इस कार्य में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही है | डिजिटल फाईनेन्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से GIIT देश के विभिन्न जिलों में अपनी NDLM (दिशा) शाखाओं के माध्यम से निःशुल्क कैशलेस ट्रेनिंग कैम्प का आयोजन कर रही है। इस ट्रेनिंग के तहत छात्र-छात्राओं और व्यवसायियों को डिजिटल लेन-देन की विभिन्न तकनिकियों के बारे में बताया जा रहा है।
GIIT के द्वारा बिहार के पटना, भोजपुर, रोहतास, शेखपुरा, गया, समस्तीपुर, झारखण्ड के बोकारो, उत्तर प्रदेश के फैजाबाद राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर पश्चिम बंगाल के जलपाईगुरी में अपने ट्रेनिंग सेण्टर के माध्यम से लोगो को कैशलेस की ट्रेनिंग दी गयी है। संस्थान के द्वारा कई दुकानदारों को भी कैशलेस लेन-देन करने के सलाह दी और इससे होने वाले फायदे के बारे में बताया |
इस ट्रेनिंग के तहत छात्र-छात्राओं और व्यवसायियों को डिजिटल लेन-देन की विभिन्न तकनिकियों के बारे में बताया जा रहा है। इस ट्रेनिंग का संचालन GIIT के सीईओ मधुप मणि “पिक्कू” के द्वारा कराया जा रहा है | ट्रेनिंग में मुख्य रूप से सत्येन्द्र कुमार, वंदना शर्मा, कुंदन सिंह, बिपुल विकाश, शैलेन्द्र झा, प्रिन्स राज, अकील अहमद, सुमंता गुहा, पूर्णेंदु पुष्पेश, अरुणेश पाण्डेय, दीपक सैनी के द्वारा कराया जा रहा है |