आज पटना राजधानी के कुम्हरार स्थित लिट्रा वैली स्कूल में महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में अंतर विद्यालय अंग्रेजी एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता को आयोजन किया गया। जिसका विषय था -“महात्मा गाँधी का जीवन 1930 के बाद”।
यह प्रतियोगिता इस पूरे वर्ष चलने वाली गाँधी अध्यर्धशतवर्षीय समारोह का एक अंश थी। जिसका सूत्रपात पाटलीपुत्र सहोदय स्कूल काॅम्पलेक्स तथा बिहार के सी0 बी0 एस0 ई0 सम्बद्ध विद्यालयों द्वारा किया गया ।
इस प्रतियोगिता में लिट्रा वैली स्कूल के अलावा राजधानी के दस प्रतिष्ठित विद्यालयों जैसे ओपेन माइंड, ट्रीनीटी ग्लोबल, बाल्डविन एकेडमी इत्यादि के कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के 20 से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का आरंभ प्राचार्य श्री शरत कुमार सिंह ने अपनी टीम के साथ इस कार्यक्रम की प्रेक्षक, ट्रीनीटी ग्लोबल स्कूल की प्राचार्या श्रीमती प्रिया परमेश्वरण, गुणी निर्णायिकागण श्रीमती निशि सिंह तथा श्रीमती हसुली घोष दस्तीदार का हार्दिक अभिनंदन किया।
इस शुभ अवसर पर उन्होंने छात्रों को भी संबोधित किया तथा उन्हें महात्मा गाँधी के मूल्यों को आत्मसात करने की शिक्षा दी । उन्होंने छात्रों को बापू की तरह संयमित जीवन जीने पर जोर दिया। दीप प्रज्वलन तथा बापू के अति विख्यात भजन ”वैष्णव जन ने“ द्वारा कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। दीप प्रज्वलन के इस सुअवसर पर कार्यक्रम की प्रेक्षक तथा निर्णायकागणों के अलावा मंच पर प्राचार्य श्री शरत कुमार सिंह, शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती शबनम भौमिक तथा कार्यक्रम संचालिका श्रीमती अंजू चैधरी भी उपस्थित रहीं। तत्-पश्चात प्रतियोगिता के नियम विवरण द्वारा यह अंग्रजी एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता प्रारंभ की गई।
प्रतिभागियों का प्रयास तथा दर्शक छात्रों का उत्साह सराहनीय रहा। हमारे गुणी निर्णायक भी इन अद्भुत युवा प्रतिभाओं को सुनकर मंत्रमुग्ध थे। राष्ट्र के भावी वक्ताओं की वाक्-कला में निपुणता देखते ही बनी तथा महात्मा गाँधी के जीवन से संबंधित इनका ज्ञान भी निर्विवाद था।
इस प्रतियोगिता ने पूरा वातावरण बापूमय कर दिया और थोड़ी बहुत जो कसर रह गई उसे ”दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल“ गीत ने पूरी कर दी। अंत में निर्णायकगण ने अपने विचार रखे तथा प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया। इस प्रतियोगिता के विजेता रहे प्रथम स्थान प्राप्त कर लिट्रा वैली स्कूल के नीलांजन चटर्जी (कक्षा – 12 डी), द्वितीय स्थान पर ओपेन माइंड्स-ए बिरला स्कूल, कंकड़बाग की शिवांगी झा (कक्षा – 10) तथा तृतीय स्थान पर शेमफाॅर्ड फ्यूचरिस्टिक स्कूल की जुबेरिया (कक्षा – 9) ।
अंततः पुरस्कार वितरण तथा राष्ट्रगाण के साथ बापू को दी गई। इस अद्भुत श्रद्धांजली का समापन हुआ।